Ranchi: रांची नगर निगम सहित प्रदेश के नगर निकायों में परिषद की बैठक बुलाने को लेकर लोकायुक्त के लिए राय पर मेयर आशा ने बड़ा पलटवार किया है. उन्होंने कहा है कि उनके लिए झारखंड पालिका अधिनियम 2011 ही सर्वोपरि है. इसी से रांची नगर निगम चलेगा. मेयर ने कहा है कि राज्य में किस तरह के महाधिवक्ता बैठे हैं, जिन्होंने झारखंड नगरपालिका अधिनियम कानून को ही समाप्त कर दिया है. यह किसी एक व्यक्ति की शह पर नहीं हो सकता. आशा लकड़ा ने कहा है कि वह केवल शोकॉज के लिए मेयर नहीं बनी हैं, बल्कि वह रांची नगर निगम की जनता को कार्यों को पूरा करने के लिए चुनी गयी हैं. आशा लकड़ा ने कहा है कि अगर रांची नगर निगम के कार्यों को लेकर नगर आयुक्त से पत्राचार करना विवाद का कारण है, तो वह आगे भी निगम के तहत जनता के कार्यों के लिए नगर आयुक्त से जवाब मांगती रहेगी.
नगर निगम में स्थित कार्यालय में शुक्रवार को प्रेस वार्ता करते हुए मेयर ने हेमंत सरकार को सलाह दी है कि वह नगर पालिका अधिनियम के तहत मेयर और जनप्रतिनिधि को मिले अधिकारों को खत्म करने का काम ना करें. इस दौरान उन्होंने नगर विकास विभाग पर जोरदार हमला किया. कहा कि शहर के विकास के कई कामों को लेकर विभाग द्वारा फण्ड रोका जा रहा है.ऐसा कर विभाग जहां निगम को पंगु बना रहा है. वहीं भ्रष्टाचार का खेल खेला जा रहा है.
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दलीय आधार पर नगरपालिका चुनाव से डर गये हैं CM – मेयर
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री तो केवल एक विधानसभा से चुनाव जीत कर आए हैं. विधानसभा चुनाव तो ज्यादा से ज्यादा 3 लाख वोटों के अंतर से जीता जाता है. लेकिन रांची नगर निगम के अंतर्गत 4 विधानसभा हैं. यानी यहां पर 12, लाख की संख्या में लोग 4 प्रतिनिधि चुनाव जिनके आए हैं. जाहिर है, मुख्यमंत्री से ज्यादा पावरफुल तो रांची नगर निगम ही होगा.
दलीय आधार पर नगरपालिका चुनाव खत्म करने के हेमंत सोरेन सरकार की पहल पर भी मेयर ने जवाब दिया. कहा कि हेमंत सरकार डर रही है. वह जानती है कि अगर दलीय आधार पर चुनाव होगा तो सभी जगह भाजपा ही जीतेगी.
आशा लकड़ा ने कहा कि सोमवार को वह और अन्य नगर निकायों के जनप्रतिनिधि सरकार के इस फैसले और महाधिवक्ता के राय के खिलाफ हाईकोर्ट में एक याचिका दाखिल करेंगे. उन्होंने कहा कि महाधिवक्ता ने नगर निकाय को लेकर जो राय दी है, वह कोई कानून नहीं है. जिसका अनुपालन करने के लिए वह बाध्य हैं. महाधिवक्ता ने झारखंड नगरपालिका अधिनियम 2011 पर जो राय दिया है, वह सीधे तौर पर संवैधानिक अधिकार और लोकतंत्र की हत्या है.
मेयर आशा लकड़ा के बुलाए इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में हजारीबाग नगर निगम की मेयर रोशनी तिर्की, खूंटी नगर पंचायत के अध्यक्ष अर्जुन पाहन, चतरा नगर परिषद के अध्यक्ष गुंजा देवी, रामगढ़ नगर परिषद के अध्यक्ष योगेश विद्या एवं उपाध्यक्ष मनोज कुमार महतो उपस्थित थे.
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