Chakradharpur : चक्रधरपुर में बुधवार की दोपहर भीषण हादसा हो गया. मुंबई हावड़ा मुख्य रेलमार्ग पर बिंजय पुलिया के समीप राउरकेला से टाटानगर की ओर जा रही दुरंतो एक्सप्रेस की चपेट में आने से एक ही परिवार के चार लोगों की घटनास्थल पर ही कटकर मौत हो गई. इसमें मां के अलावा उसका बेटा, बेटी और बहू शामिल है. घटनास्थल से एक लाल रंग का बैग और मोबाईल सिम मिला है. बैग में चक्रधरपुर इलाहाबाद बैंक शाखा का पासबुक और आधार कार्ड मिला है. उससे पता चला कि वह चारों बड़ाबाबों के तेलांगजुड़ी गांव के रहने वाले हैं. परंतु अभी सभी लोग कांड्र बाना डूगरी में घर बनाकर लंबे समय से रह रहे थे. वहीं मोबाईल सिम से फोन करने पर पता चला कि मृतकों में 71 वर्षीय सोमा पुरती, 21 वर्षीय नाती अमर पुरती, 19 वर्षीय नाती बहू बाह पुरती तथा 18 वर्षीय नतिनी जेमा पुरती शामिल थे. यह हादसा करीब दोपहर 3.30 बजे की है. घटनास्थल रेलवे फाटक से करीब 1 किलोमीटर दूर घटी. बताया जा रहा है कि सभी मृतक उस समय पटरी पार कर रहे थे, उन्हें ट्रेन आने का आभास भी नहीं हुआ. खबर लिखे जाने तक रेलवे आवागमन पूरी तरह ठप पड़ा था, हालांकि दुरंतो एक्सप्रेस अपने रफ्तार से घटनास्थल से निकल गई. हादसे के बाद घटनास्थल पर स्थानीय लोगों की काफी भीड़ इकट्ठा हो गई, जिसके बाद पहुंची पुलिस ने लोगों को खदेड़ा. चक्रधरपुर थाना प्रभारी प्रवीण कुमार और रेलवे पुलिस मौके पर पहुंच चुके थे. ट्रेन की चपेट में आने से चारों लोगों के चिथड़े उड़ गए. घटनास्थल से 300 मीटर दूर तक शव के टुकड़े देखे गए. शव के कुछ टुकड़े बिंजय पुलिया के नीचे नदी में भी जा गिरे.
हर माह पेंशन लेने सोमा पुरती कांड्रा से चक्रधरपुर आती थी
सोमा पुरती बैंक से पेंशन उठा कर चारों लौड़िया गांव के निवासी नरसिंह बोदरा मामा घर गए थे. वापस घर लौटने के दौरान चारों बिंजय रेलवे पुल के पास दुरंतो एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गये. लोगों ने बताया कि सोमा पुरती के पति प्रधान पुरती रेलवे में जॉब करते थे. उनके निधन के बाद सोमा पुरती को पेंशन मिलता है. प्रत्येक माह सोमा पुरती पेंशन लेने के लिए चक्रधरपुर आती है. इस बार अपने साथ अपने नाती व नतिनी को लेकर पेंशन उठाने चक्रधरपुर आई थी और यह दुर्घटना घट गई. दुर्घटना का शिकार हुए अमर पुरती, जेमा पुरती दोनों सिलाई पुरती के बेटा-बेटी थे. अमर पुरती की शादी हुए कुछ ही दिन हुए थे.