Jamshedpur : साकची जेल चौक से दुकानें हटाए जाने की प्रशासनिक कवायद के तहत दुकानदारों पर बीपीएलई केस दर्ज किया गया है. इस संबंध में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने कहा कि इनपर बीपीएलई केस करना अव्यावहारिक है. उन्होंने उपायुक्त को आज एक पत्र लिखा है. इसमें कहा है कि जेल चौक के पास लंबे अरसे से दुकानें हैं. उन दुकानों में जुस्को ने बिजली का कनेक्शन दिया है, जिसका भुगतान मीटर के आधार पर किया जाता है. यदि कम्पनी अथवा प्रशासन की किसी योजना में ये दुकानें बाधक प्रतीत हो रही हैं और इन्हें हटाना जरूरी है, तो इससे पहले टाटा स्टील और जिला प्रशासन को इनके पुनर्वास के लिए स्पष्ट नीति तैयार करनी चाहिए. साथ ही उसे निष्पक्ष रूप से क्रियान्वित करना चाहिए. ऐसे दुकानदारों को हटाने के साथ ही उन्हें दुकान लगाने के लिए वैकल्पिक व्यवस्था उपलब्ध कराना इस नीति का एक हिस्सा होना चाहिए. उन्होंने जल्दबाजी में दुकानदारों पर बीपीएलई मुकदमा दायर करने को अव्यावहारिक बताया.
इसे भी पढ़ें : साकची बाटा चौक के पास पुलिस ने फुटपाथी दुकानदार को पीटा, हंगामा
विधायक सरयू राय ने उपायुक्त को पूर्व में इस संबंध में भेजे गए विभिन्न पत्रों का हवाला देते हुए कहा कि अक्षेस के अंतर्गत अनेक स्थानों पर इस प्रकार की दुकानें चलाकर कम आय वर्ग के नागरिक अपना परिवार का भरण-पोषण कर रहे हैं. जेल चौक के दुकानदारों को भी जिला प्रशासन अथवा टाटा स्टील लिमिटेड की ओर से बिजली-पानी जैसी सुविधाएं दी गई हैं. ऐसी स्थिति में अगर दुकानों को हटाने की नौबत आती है तो उन्हें विस्थापित करने के साथ ही उनकी आजीविका चलाने के लिए वैकल्पिक स्थल उपलब्ध कराने के बारे में जिला प्रशासन को विचार करना चाहिए.