Ranchi : राज्य के बिजली कर्मचारी अपनी 18 सूत्री मांग को लेकर बुधवार से भूख हड़ताल पर जायेंगे. इससे बिजली आपूर्ति व्यवस्था और चरमराने की आशंका है. हड़ताल पर जाने से पहले राज्य भर से आये बिजली कर्मचारियों ने मंगलवार को विद्युत मुख्यालय धुर्वा के सामने धरना दिया. कहा कि कर्मचारी का ध्यान रखने वाली लोकप्रिय सरकार में यदि बिजली कर्मी को धरना और भूख हड़ताल करना पड़ रहा है, तो यह यूनियन के लिए दुर्भाग्य की बात है. सरकार और प्रबंधन ने यूनियन की मांग को बोर्ड मीटिंग में पास कर दिया है. लेकिन निगम के कुछ लोगों के कारण कर्मी भूख हड़ताल करने को विवश हैं. यह आंदोलन पूरी तरह से गैर राजनीतिक है. बिजली व्यवस्था पहले से चरमराई हुई है. आंदोलन ऐसे ही चलेगा, तो बिजली व्यवस्था और खराब हो जायेगी.
इनकी मुख्य मांगें हैं
डेजिगनेशन मैपिंग को लागू करना, 6 प्रतिशत ऊर्जा भत्ता देना, आंतरिक नियुक्ति करना, सभी अनुबंध कर्मियों का नियमितीकरण, सभी कर्मियों को प्रोन्नति, अधिकाल भत्ता, मानव दिवस कर्मियों का निगम से सीधा भुगतान, पत्रांक 458 दिनांक 2-9-22 वापस लेना यूनियन की प्रमुख मांगों में शामिल है. यूनियन का कहना है कि प्रबंधन अब सभी मांगों पर सकारात्मक पहल करे, तभी बात बनेगी. निगम में सिर्फ अधिकारियों को प्रोन्नति और सभी तरह के लाभ दिए जा रहे हैं, जबकि कर्मी के मामले में उदासीनता बरती जा रही है.
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