NewDelhi : Pegasus जासूसी कांड को पीएम मोदी की इजराइल यात्रा से जोड़ा जा रहा है. बता दें कि इस मामले में ब्रिटिश न्यूज मीडिया वेबसाइट द गार्डियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इजरायल दौरे का जिक्र किया है. माइकल सैफी की लिखी “की मोदी राइवल राहुल गांधी अमंग पोटेंशियल इंडियन टारगेट्स ऑफ एनएसओ क्लाइंट” शीर्षक वाली रिपोर्ट के अनुसार भारतीय नंबरों(फोन) का चयन मोटे तौर पर पीएम मोदी की साल 2017 की इजराइल यात्रा के समय शुरू हुआ था.
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यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा इजरायल का पहला दौरा था
.लिखा कि यह किसी भारतीय प्रधानमंत्री द्वारा इजरायल का पहला दौरा था, जो कि दोनों देशों के बीच तेजी से बढ़े रिश्ते को दर्शाने वाला था. इसमें दिल्ली और इजरायल के बीच अरबों डॉलर के सौदे शामिल हैं. खबरों के अनुसार मोदी और तत्कालीन इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू का जब नंगे पैर समुद्र तट के किनारे वॉक वाला फोटो आया था, उसके थोड़े दिन पहले ही भारतीय निशाने पर आने लगे थे.
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शाह ने जासूसी के आरोपों को लेकर कांग्रेस पर हल्ला बोला
इससे पहले सोमवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जासूसी के आरोपों को लेकर कांग्रेस और वैश्विक संगठनों पर हल्ला बोला. गृह मंत्री के अनुसार संसद का मानसून सत्र शुरू हुआ और आज के घटनाक्रम को पूरे देश ने देखा. कहा कि देश के लोकतंत्र को बदनाम करने के लिए मानसून सत्र से ठीक पहले कल देर शाम एक रिपोर्ट आती है, जिसे कुछ वर्गों द्वारा केवल एक ही उद्देश्य के साथ फैलाया जाता है कि कैसे भारत की विकास यात्रा को पटरी से उतारा जाये और अपने पुराने नैरेटिव के तहत अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत को अपमानित करने के लिए जो कुछ भी करना पड़े किया जाये.
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विपक्ष के नेताओं ने सदन की कार्यवाही बाधित की
संसद के मॉनसून सत्र की शुरुआत में इस मसले पर हुए हो-हल्ले को लेकर अमित शाह ने कहा कि जब प्रधानमंत्री लोकसभा और राज्यसभा में नये मंत्रिपरिषद का परिचय कराने के लिए उठे, ,तो कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष के नेताओं ने दोनों सदनों के वेल में आकर सदन की कार्यवाही बाधित की. बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, भाजपा के मंत्रियों अश्विनी वैष्णव और प्रह्लाद सिंह पटेल, पूर्व निर्वाचन आयुक्त अशोक लवासा और चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर उन लोगों में शामिल हैं, जिनके फोन नंबरों को इजराइली स्पाइवेयर के जरिए हैकिंग के लिए सूचीबद्ध किये गये थे.
द वायर न्यूज पोर्टल ने पेगासस प्रोजेक्ट नामक अंतरराष्ट्रीय संयुक्त पड़ताल के खुलासे के दूसरे भाग में जानकारी दी है कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के भतीजे और टीएमसी सांसद अभिषेक बनर्जी और भारत के पूर्व प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई पर अप्रैल 2019 में यौन उत्पीड़न का आरोप लगाने वाली उच्चतम न्यायालय की कर्मचारी और उसके रिश्तेदारों से जुड़े 11 फोन नंबर हैकरों के निशाने पर थे.
अश्विनी वैष्णव ने फोन टैपिंग से जासूसी के आरोप को गलत बताया
IT मंत्री अश्विनी वैष्णव ने फोन टैपिंग से जासूसी के आरोप को गलत बताया है. अश्विनी वैष्णव ने कल लोकसभा में कहा कि डेटा का जासूसी से कोई संबंध नहीं है. जो रिपोर्ट पेश की गयी है, उसके तथ्य गुमराह करने वाले हैं. इस आरोप का कोई आधार नहीं है. इस तरह के आरोप पहले भी लगाये जा चुके हैं. केंद्रीय संचार मंत्री ने कहा कि एनएसओ इस तरह के आरोप को पहले भी खारिज कर चुका है.