Kolkata/Ranchi: कोलकाता में गिरफ्तार किये गए कांग्रेस के तीन विधायकों इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोनगाड़ी और राजेश कच्छप को कलकत्ता हाईकोर्ट ने गुरुवार को रेगुलर बेल दे दिया. इससे पहले इन तीनों विधायकों को अंतरिम बेल मिला था, कोर्ट के निर्देशानुसार इन्हें कोलकाता से बाहर नहीं जाना था. अब तीनों विधायक कोलकाता से बाहर जा सकते हैं.
हेमंत सरकार गिराने की साजिश का आरोप
हेमंत सोरेन सरकार को गिराने की साजिश के आरोप में तीनों विधायकों को बीते 30 जुलाई भारी कैश के साथ कोलकाता में गिरफ्तार किया गया था. विधायकों पर आरोप था कि इन्होंने भाजपा से सौदेबाजी की है. इन विधायकों को कोलकाता में पुलिस ने करीब 49.37 लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया था. गिरफ्तारी के बाद इस मामले की जांच बंगाल सीआइडी को सौंप दी गई थी.
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अनूप सिंह ने दर्ज कराया था मामला
कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने कैश कांड को लेकर अरगोड़ा थाने में जीरो एफआइआर दर्ज कराया था. इसमें कहा गया है कि कोलकाता में पकड़े गये विधायकों ने 10-10 करोड़ रुपये दिलाने का ऑफर दिया था. इसी जीरो एफआइआर के आधार पर पूरे मामले की जांच पश्चिम बंगाल सरकार ने सीआइडी को सौंप दी थी. इस मामले में विधायक अनूप सिंह से कोलकाता सीआइडी की टीम पूछताछ कर चुकी है. कोलकाता पुलिस ने धारा 420, 120 बी, 171ई के तहत मामला दर्ज किया़ था.
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ईडी ने दर्ज की प्राथमिकी
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कैश कांड में प्राथमिकी दर्ज की है. तीनों विधायकों (इरफान अंसारी, नमन विक्सल कोंगाड़ी और राजेश कच्छप) के खिलाफ झारखंड के कांग्रेस विधायक अनूप सिंह ने रांची के अरगोड़ा थाने में बीते 31 जुलाई को जीरो एफआइआर दर्ज करायी थी. इडी ने इसे ही अपनी प्रथमिकी का आधार बनाया है. ईडी ने हेमंत सरकार को गिराने के उद्देश्य से विधायकों की खरीद फरोख्त के मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए प्राथमिकी दर्ज की है. इस मामले में कांग्रेस के तीनों विधायकों नामजद अभियुक्त बनाया गया है.