Ranchi : सीसीएल ने वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए निर्धारित कोयला उत्पादन लक्ष्य 84 मिलियन टन 4 दिन शेष रहते प्राप्त किया. बता दें कि 84 मिलियन टन अभी तक का सबसे अधिक उत्पादन लक्ष्य था. सीसीएल ने अधिकतर क्षेत्र में समय से पहले ही अपना उत्पादन लक्ष्य प्राप्त किया है. भारत सरकार, राज्य सरकार, कोल इंडिया लिमिटेड, सहयोगी कंपनियों,स्थानीय प्रशासन और हितधारकों के सराहनीय मदद से सीसीएल ने समय से पहले अपना उत्पादन लक्ष्य प्राप्त किया. सीसीएल के सीएमडी, निदेशकगण, मुख्यालय के विभागाध्यक्षों और क्षेत्रों के महाप्रबन्धकों को लेकर एक टीम बनाई गयी थी. जो लगातार उत्पादन प्रक्रिया का मॉनिटरिंग व सहयोग कर रही थी. यह टीम क्षेत्रों में जाकर कामगारों के उत्साह बढ़ा रही थी. ताकि सीसीएल के सभी अधिकारी और कर्मी एक टीम भावना के तहत कार्य करें. जिसके फलस्वरूप सीसीएल ने समय से पहले ही अपना उत्पादन लक्ष्य प्राप्त कर लिया.
यहां बता दें कि सीसीएल झारखंड के आठ जिलों – रांची, रामगढ़, हज़ारीबाग, चतरा, बोकारो, गिरिडीह, पलामू और लातेहार में खनन गतिविधियां संचालित कर रहा है. सीसीएल द्वारा कोयले की आपूर्ति उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल, मध्य प्रदेश और झारखंड सहित देश के अन्य राज्यों सहित देश के विभिन्न ताप विद्युत संयंत्रों को की जा रही है.
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सीएमडी सहित अन्य ने दी बधाई
इस उपलब्धि पर सीसीएल के सीएमडी डॉ. बी. वीरा रेड्डी सहित सभी निदेशकगण ने पूरे सीसीएल परिवार को हार्दिक बधाई दी. साथ ही कहा कि सभी बाधाओं को पार कर इस कठिन कार्य को करने में पूरे सीसीएल परिवार का सराहनीय योगदान है और आगे भी टीम सीसीएल इसी तरह नए-नए कीर्तिमान स्थापित करती रहेगी.
सीसीएल अपने कमान क्षेत्रों और आसपास के हितधारकों के समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है और सीसीएल द्वारा अनेकों जन कल्याणकारी योजनाएं परिचालित किये जाते हैं. इन योजनाओं का लाभ सीसीएल का कमान क्षेत्रों व आसपास के लोगों को मिलता है. सीसीएल प्रतिदिन श्रमिक दिवस और प्रत्येक शुक्रवार व मंगलवार को कोयला उत्पादन दिवस मना रहा है.
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