Shailesh Singh/Rahul Hembrom
Kiriburu/Chakradharpur: पुलिस का असंवदेनशील चेहरा देखना हो तो पश्चिम सिंहभूम जिला के बंदगांव थाना चले जाइए. दुष्कर्म की शिकार एक नाबालिग का पिता 30 घंटे से थाने में आवेदन लेकर बैठा है, लेकिन जांच और आरोपी की गिरफ्तारी तो दूर की बात है प्राथमिकी तक दर्ज नहीं की जा रही. पिता भय के कारण गांव भी नहीं जा पा रहा क्योंकि दुष्कर्म करने वाले ने प्राथमिकी दर्ज कराने पर हत्या करने की धमकी दे रखी है. इस बीच काफी प्रयास के बाद थाना प्रभारी से संपर्क हो पाया. बंदगांव पुलिस थाना के प्रभारी सुबोध सिंह मुंडा का इस संबंध में कहना है कि वे इस घटनाक्रम के दौरान थाने से बाहर थे. पीड़ित आए थे, लेकिन उनकी बात को कोई समझ नहीं पाया. मामले की जानकारी मिली है. शुक्रवार को उन्हें थाना बुलाया गया है. मामला दर्ज किया जाएगा.
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दुष्कर्म का आरोप संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त युवक पर
मामला बंदगांव थाना क्षेत्र के अत्यंत नक्सल प्रभावित गांव की एक 14 वर्षीय युवती का अपहरण कर दुष्कर्म करने का है. दुष्कर्म का आरोप बंदगांव थाना अन्तर्गत लोंगकटा निवासी एक संदिग्ध गतिविधियों में संलिप्त युवक पर है. युवक वर्तमान में बिरदा गांव में रह रहा है. नाबालिग युवती के साथ उसके पिता 20 अप्रैल के तीन बजे दिन से बंदगांव थाना में शिकायत दर्ज कराने हेतु चक्कर लगा रहे हैं लेकिन 21 अप्रैल की रात दस बजे तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हुई है. पीडि़ता व उसके पिता दुष्कर्म के आरोपी के भय से अपने गांव भी नहीं जा पा रहे है. आरोपी धमकी दे चुका है कि अगर थाना में शिकायत दर्ज कराई गई तो दोनों की हत्या कर दी जाएगी.
17 अप्रैल को नाबालिग लड़की का हुआ था अपहरण
घटना के बाबत पीड़ित पक्ष से जुड़े सूत्रों ने लगातार न्यूज को बताया कि बीते 17 अप्रैल को आरोपी ने उक्त नाबालिग लड़की को अपहरण कर ले गया एवं जंगल तथा अन्य स्थानों पर रखकर 19 अप्रैल की रात तक बलात्कार करता रहा. इस दौरान युवती के पिता व परिवार के सदस्य लड़की की तलाश करते रहे. अंततः 20 अप्रैल को पीड़िता आरोपी की चंगुल से छूटकर आई और पूरी घटना की जानकारी अपने परिवार के सदस्यों को दी. सूत्रों का कहना है कि पीड़िता के साथ अमानवीय तरह से दुष्कर्म किया गया है. जिससे उसके अंदरुनी अंग में जख्म हो गया है. जिस युवक पर बलात्कार का आरोप लगाया जा रहा है, उस का संबंध एक प्रतिबंधित नक्सली संगठन के लोगों से बताया जा रहा है. इसी वजह से आरोपी द्वारा निरंतर पीड़ित परिवार को धमकी दी जा रही है.
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