Chaibasa (Sukesh Kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर बंगला विभाग में गुरुवार को पंडित ईश्वरचंद्र विद्यासागर की जयंती मनायी गयी. उनको पूरे बंगाल का नवजागरण का दूत माना जाता है. समाज सुधारक, समाज सेवक, नारी मुक्ति आंदोलन के एक जनक, संस्कृत कॉलेज के संस्थापक के रूप में उन्हें जाना जाता है. बाल विवाह का विरोध किया और अंग्रेज शासन में इस पर प्रतिबंध लगाया.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : पीएम आवास योजना के तहत 17 दिव्यांग व 52 वरिष्ठ नागरिकों को भूतल पर आवास हुआ आवंटित
विद्यासागर के जीवनी का अनुशरण करने को किया प्रोत्साहित
विभागाध्यक्ष डॉ. तपन कुमार खांड़ा ने पंडित विद्यासागर के जीवनी पर प्रकाश डालते हुए छात्र-छात्राओं को उनका अनुशरण करने के लिए प्रोत्साहित किया. विद्यासागर सर्वोच्च शिखर पर कैसे पहुंचे, इस पर डॉ. खांड़ा ने विस्तार से अपने संबोधन में बताया. बांगला विभाग के प्राध्यापिका डॉ. करूण पंजियार ने भी अपने विचार रखे. छात्र-छात्राओं ने पंडित विद्यासागर के तस्वीर पर श्रद्धांजलि दी.