Nirsa : निरसा (Nirsa) एमपीएल में विस्थापितों व स्थानीय बेरोजगार युवकों के नियोजन के मुद्दे पर मासस एवं झामुमो के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरु हो गया है. पूर्व विधायक अरुप चटर्जी और झामुमो के केंद्रीय सदस्य अशोक मंडल एक दूसरे पर जमकर बयानबाजी कर रहे हैं. मंगलवार 27 सितंबर को एमपीएल के पुरनी मोड़ पर पूर्व विधायक अरुप चटर्जी ने एक सभा में अशोक मंडल पर जमकर भड़ास निकाली. दूसरी ओर पलटवार करते हुए बुधवार को मंडल ने भी पूर्व विधायक को खोरी खोटी सुनाई.
अशोक मंडल ने विस्थापितों को अंधेरे में रख तिजौरी भरी : अरुप
पूर्व विधायक अरुप चटर्जी ने झामुमो नेता अशोक मंडल को विस्थापितों के लिए बिलेन की संज्ञा दी. कहा जिन लोंगों ने खून-पसीने से एमपीएल की स्थापना में अपना योगदान किया, वे ही रोजगार के लिए पिछले बीस वर्षों से भटक रहे हैं. झामुमो नेता ने विस्थापितों को अंधकार में रखकर अपनी नेतागीरी व तिजोरी भरने का काम किया. आज भी वह विस्थापितों को बरगलाने में लगे हुए हैं. परंतु अब एमपीएल के विस्थापित अपने हक के लिए मासस का दरवाजा खटखटाने को विवश हैं. कहा कि विस्थापितोंव बेरोजगार युवकों ने आशा और विश्वास के साथ मुङो अगुवाई करने का मौका दिया है. उन्हें निराश नहीं होने दूंगा. उनको हक और अधिकार दिलाकर ही दम लूंगा.
बाप-बेटे ने मिलकर निरसा को लूटा : अशोक मंडल
पूर्व विधायक के आरोपों पर पलटवार करते हुए अशोक मंडल ने कहा कि दो बार गुरुदास चटर्जी और तीन बार अरूप चटर्जी को निरसा की जनता ने प्रतिनिधित्व करने का मौका दिया. इन 25 वर्षो में दोनों बाप-बेटे ने निरसावासी की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करते हुए जमकर लूट-खसोट की. अपनी जमीन खिसकती देख अब श्री चटर्जी एमपीएल के विस्थापितों को बरगलाने चले हैं. लेकिन उनकी एक नहीं चलेगी. एमपीएलल के विस्थापित अशोक मंडल के साथ था और आगे भी रहेगा. कुछ तथाकथित स्वार्थी लोगों को साथ लेकर पूर्व विधायक मुंगेरी लाल के हसीन सपने देख रहे हैं. झामुमो की बढ़ती लोकप्रियता से घबराकर वह विस्थापितों को बरगला रहे हैं और अपनी राजनीतिक रोटी सेंकना चाह रहे हैं.
यह भी पढ़ें: धनबाद: मौसम ने फिर ली अंगड़ाई, उमड़-घुमड़ कर बादलों ने बारिश कराई