Chaibasa (Sukesh kumar) : कोल्हान विश्वविद्यालय में कार्यरत घंटी आधारित शिक्षकों का कार्यकाल आगामी मार्च माह में समाप्त हो जाएगा. इसके बाद शिक्षकों की भारी कमी का सामना विश्वविद्यालय को करना होगा. विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित हो जायेगी. कोल्हान विश्वविद्यालय के अंगीभूत कॉलेजों में लगभग 200 की संख्या में शिक्षक कार्यरत हैं. कई शिक्षक स्वयं अपनी इच्छा से कार्य छोड़ चुके हैं. जबकि अधिकतर शिक्षक स्थायीकरण करने की मांग पर अड़े हैं.
इसे भी पढ़े : मझगांव : जिप सदस्य ने जन समस्या को लेकर ग्रामीणों के साथ की बैठक
अधिकतर कॉलेजों में नियमित रूप से चल रही पढ़ाई
मालूम हो कि कोल्हान विश्वविद्यालय में सरकारी आदेश के तहत सभी सरकारी कॉलेजों में घंटी आधारित शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की गई है. प्रत्येक घंटी 600 रुपये के आधार पर शिक्षक कार्यरत है. अधिकतम 36,000 मासिक मानदेय इन्हें मिलता हैं. शिक्षकों की कमी को पूरा करने के उद्देश्य से सरकार की ओर से यह योजना शुरू की गई थी. घंटी आधारित शिक्षकों की नियुक्ति के बाद से विश्वविद्यालय के अधिकतर कॉलेजों में पढ़ाई नियमित रूप से चल रही है. लेकिन अब कार्यकाल खत्म होने की प्रक्रिया तेज हो चुकी है. इससे शिक्षकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा.