Chsibada (Ramendra Kumar Sinha) : जिले भर में लौह पुरुष भारत रत्न और देश के प्रथम उप प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री रहे सरदार वल्लभ भाई पटेल की पुण्यतिथि गुरुवार को मनाई गई. कांग्रेस भवन में कांग्रेसियों ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला. वक्ताओं ने कहा कि सरदार पटेल भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महानायक एवं युग पुरुष थे. एक साधारण किसान परिवार में जन्मे अपने कष्टमय पारिवारिक परिवेश के रहते हुए भी कठिन परिश्रम से एक सफल विधिवेत्ता होने के बावजूद वकालत छोड़कर गुजरात के किसानों की दयनीय दशा के जिम्मेदार क्रूर अंग्रेजी हुकूमत के खिलाफ जुझारु लड़ाई लड़कर अंग्रेजो की चूलें ही हिला दी थी.
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देश की एकता से कभी समझौता नहीं किया
वक्ताओं ने कहा कि लौह पुरुष की सोच गरीबों-वंचितों और शोषित किसानों के उत्थान की थी, जिन्होंने अपने जीवन के अंतिम क्षणों तक इन सब की लड़ाई लड़ते हुए अपने प्राण उत्सर्ग किए. आजादी के बाद 562 रियासतें जो अंग्रेजों ने विरासत में छोड़ी थी उसे सरदार पटेल ने ही आजाद कराया. सरदार पटेल ने देश की एकता से कभी समझौता नहीं किया. मौके पर कांग्रेस के चंद्रशेखर दास, त्रिशानु राय, जितेन्द्रनाथ ओझा, दिकु सवैयां, रंजीत यादव, शंकर बिरुली, राकेश कुमार सिंह, सनातन सवैयां, जादोराय मुंडरी, मुकेश कुमार, विजय सिंह तुबिद, चंदन सिंह, सनातन बिरुवा, सिंगराय गोप, बिघ्ना राज दास, सामु दास सहित अन्य उपस्थित थे.