Chakradharpur : चक्रधरपुर में एक भी बस स्टैंड का नहीं होना अब लोगों के लिए बड़ी मुसीबत बनती जा रही है. बस स्टैंड के अभाव में बसें सडकों पर जहां-तहां खड़ी हो रही हैं और बसों के दनदन बजते हॉर्न से आम लोग परेशान हैं. ऐसा ही एक मामला मंगलवार को सामने आया जहां एनएच 75 के किनारे रहनेवाले राजेंद्र सलूजा ने बस चालक को हॉर्न बजाने से मना किया तो बस एजेंट राकेश शर्मा और खलासी गिड्डू ने उनकी दमभर पिटाई कर दी.
आधे घंटे तक बस खड़ी कर बजाता रहा हॉर्न
राजेंद्र सलूजा का घर एनएच 75 सड़क के किनारे है. घर के साथ-साथ ये अपनी दो दुकान भी चलाते हैं. मंगलवार को इनके घर के पास एक बस चालक आधे घंटे तक वहां बस खड़ी कर हॉर्न बजाता रहा. लगातार बजते हॉर्न से परेशान राजेंद्र सलूजा ने जब बस चालक और एजेंट को हॉर्न बजाने से मना किया तो बस एजेंट और खलासी ने मिलकर उनकी पिटाई कर दी. बस एजेंट राकेश शर्मा ने उनकी नाक पर मुक्का मारा, जिससे वे जमीन पर गिर गए. इसके बाद भी वे नहीं रुके और उस पर हमला किया. उन्होंने गाली भी दी. सलूजा को धमकी भी दी गयी कि जो करना है कर लो हम प्रशासन से भी नहीं डरते. इस मामले को लेकर उन्होंने चक्रधरपुर थाना में बुधवार को शिकायत दर्ज की है. राजेंद्र सलूजा की मानें तो यह एक दिन की बात नहीं है, हमेशा चालकों को बसों को वर्जित क्षेत्र में ना लगाने की अपील की जाती है लेकिन ये कभी नहीं सुनते. उलटे लोगों से मारपीट और गाली गलौज की जाती है.
बस पड़ाव ही नहीं तो कहां खड़ी करें बस
इधर बस चालकों का कहना है कि उनके लिए चक्रधरपुर में बसें खड़ी करने के लिए बस स्टैंड नहीं है. जिसके कारण उन्हें मज़बूरी में सड़क किनारे बस लगानी पड़ती है. उन्हें अगर कोई व्यवस्थित जगह दे दी जाये तो वे बस सड़क किनारे नहीं लगायेंगे. दरअसल राजनितिक इच्छाशक्ति की कमी और प्रशासनिक लचर व्यवस्था के कारण चक्रधरपुर में बसों के ठहराव की जगह आजतक नहीं बन पायी है. प्रशासन ठोस कार्रवाई करने से डरती है. इसका नतीजा यह है की बस चालकों का मनोबल बढ़ा है. एनएच 75 चक्रधरपुर में जाम रहता है और परेशानी आम लोगों को उठानी पड़ती है. इस समस्या से आम लोगों को निजात कब मिलेगी यह कह पाना भी मुश्किल है. लेकिन इतना तय है की यह समस्या किसी दिन बड़े हादसे या हिंसा का कारण जरुर बन सकती है.