Chakradharpur : चक्रधरपुर में हर साल की तरह इस साल भी अंकित मेमोरियल चित्रकला प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है. कोरोना महामारी को देखते हुए इस साल इस प्रतियोगिता को ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों मोड में किया जा रहा है. सोशल डिस्टेंस का पालन हो इस दृष्टिकोण से प्रतियोगिता में भाग लेने वाले बच्चे अपने घर से ही चित्र बनायेंगे और उसकी तस्वीर बनाकर आयोजनकर्ता के व्हाट्सएप्प नंबर पर आगामी 17 सितम्बर तक भेज देंगे.
23 सितंबर को समारोह में विजेता होंगे पुरस्कृत
तस्वीर बनाने के दौरान प्रतिभागी को चित्रकला करते हुए पूरी वीडियो रिकोर्डिंग करनी है. और जब प्रतिभागी का नाम टॉप टेन में चयन होगा तब उसे प्रमाण के तौर पर वीडियो रिकोर्डिंग आयोजनकर्ताओं को प्रेषित करनी है. सभी वर्ग के चयनित टॉप टेन प्रतिभागियों के बीच ऑफलाइन चित्रकला प्रतियोगिता 20 सितम्बर को आयोजित होगी. जिसके बाद 21 सितम्बर को विजेताओं की घोषणा होगी और 23 सितम्बर को समारोहपूर्वक विजेताओं को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जायेगा.
तीन ग्रुप में बांटी गई है प्रतियोगिता
सोमवार को प्रतियोगिता के निर्णायक मंडली के सदस्य ड्राइंग टीचर सुभाशीष ने बताया कि प्रतियोगिता को तीन ग्रुप में बांटा गया है. ग्रुप ए में केजी से लेकर कक्षा एक तक के बच्चे भाग लेंगे और कलरफुल बटरफ्लाई शीर्षक पर एक चित्र बनाकर आयोजनकर्ता के व्हाट्सएप्प नंबर पर इसकी जेपीजी फॉर्मेट में तस्वीर भेजेंगे. इसी तरह ग्रुप बी में कक्षा दो से लेकर कक्षा पांच तक के बच्चे भाग लेंगे. ग्रुप बी के बच्चे आइसक्रीम सेलर शीर्षक पर चित्र बनायेंगे. वहीं ग्रुप सी में शामिल कक्षा छह से दस तक के बच्चे लॉकडाउन शीर्षक पर चित्र बनायेंगे. ग्रुप ए के बच्चों को ए-फोर साइज के कागज़ पर चित्र बनाना है जबकि ग्रुप बी और सी को आधे चार्ट पेपर में चित्र बनाना है.
प्रतियोगिता निःशुल्क, कोई भी ले सकता है भाग
आयोजनकर्ता रेलकर्मी एके पाण्डेय ने बताया कि यह प्रतियोगिता बिल्कुल निःशुल्क है, देश के किसी भी कोने से योग्य बच्चे भाग ले सकते हैं. 13 सितम्बर से लेकर 17 सितम्बर चार दिन तक बच्चे अपने द्वारा बनाये गये चित्रों को आयोजनकर्ताओं को भेज सकते हैं. प्रतिभागी अपने द्वारा बनाये गए चित्रों को 9771482370, 9709015646, 9717050806, 7488669817, 7294141422 पर भेज सकते हैं. विजेताओं को पुरस्कार देकर चक्रधरपुर के पम्प रोड स्थित मधु कुञ्ज में सम्मानित किया जायेगा. बता दें की आयोजक एके पांडेय एक रेलकर्मी हैं और अपने दिवंगत बेटे अंकित की याद में वे हर साल बच्चों की प्रतिभा को निखारने के लिए इस प्रतियोगिता का आयोजन करते हैं.