Jamshedpur : जमशेदपुर से सटे मानगो अंचल में सरकारी जमीनों पर भू-माफिया कब्जा कर रहे हैं. उसकी प्लॉटिंग कर बेच रहे हैं, लेकिन प्रशासन मौन है. इसके खिलाफ स्थानीय ग्रामसभा ने मोर्चा खोल दिया है. सोमवार को एकजुट होकर देवघर ग्रामसभा ने इसकी शिकायत धालभूम एसडीओ संदीप कुमार मीणा से की. उन्हें बताया कि मानगो अंचल के देवघर मौजा अन्तर्गत एनएच -18 ( पहले 33 ) के किनारे स्थित सरकारी जमीन खाता संख्या 202, खेसरा संख्या 1083, (रकबा 33 डिसमिल), खेसरा संख्या 1108 (1 एकड़ 1 डिसमिल) और खेसरा संख्या-1111 (1 एकड़ 82 डिसमिल) की जमीन भू-माफियाओं ने बेच दिया है. प्रतिनिधिमंडल ने एसडीओ को बताया कि खेसरा संख्या 1083 पर पहले स्वर्गीय दीना सोरेन का मकान था, जबकि खेसरा संख्या 1111 पर राम मुर्मू और उनके पूर्वजों का कब्जा था. इसपर वे लोग वर्षों से खेती कर रहे थे. लेकिन देवघर के रहने वाले संग्राम मांझी (सोरेन) पिता स्वर्गीय कंचन मांझी ने अपने प्रभाव का उपयोग कर खेसरा संख्या 1083 और 1111 को अपने नाम पर बंदोबस्त करवाया और उनके पुत्र विद्वान सोरेन ने दबंग भू-माफियाओं के साथ मिलकर दोनों भूखंड को बेच दिया. भू-माफियाओं ने स्वर्गीय दीना सोरेन की पत्नी और उनके पुत्र उडगा सोरेन को डरा-धमकाकर जमीन खाली करने को मजबूर कर दिया. लेकिन खेसरा संख्या 1111 के दखलकार राम मुर्मू और उनका भतीजा टाईगर मुर्मू ने इसके खिलाफ आवाजज उठाई और प्रशासन से शिकायत की.
फ्लाई एश के कारण धान की फसल हो रही बर्बाद
देवघर ग्रामसभा ने एसडीओ को बताया कि भू-माफियाओं ने खेसरा संख्या 1108 और 1111 को फ्लाई ऐश से समतल कर कुछ हिस्से की प्लॉटिंग कर बेच दी और इससे होकर आने-जाने वाले रास्ते को भी बंद कर दिया. फ्लाई ऐश के फैलाव और बहाव से आसपास के धान की फसलें बर्बाद हो रही हैं. कृषि भूमि बंजर बन गई है. वहीं उक्त जमीन के कुछ हिस्सा में बजरंग ट्रांसपोर्ट नाम से व्यावसायिक गाड़ियों की पार्किंग बना दिया गया है. खेसरा संख्या 1083 में प्रधान होटल बनाया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि यदि जिला प्रशासन बंदोबस्ती और सरकारी जमीन बेचने के जुर्म में संग्राम मांझी एवं अन्य भू-माफियाओं के खिलाफ कोई ठोस कार्रवाई नहीं करती है तो इसकी शिकायत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से करेंगे और फ्लाई ऐश के फैलाव एवं बहाव से धान के फसलों की क्षतिपूर्ति की मांग भी करेंगे. प्रतिनिधिमंडल में टाईगर मुर्मू, मीरू मुर्मू, साधु मुर्मू, मगंल, विक्रम सोरेन आदि शामिल थे.