Chakradharpur : उरांव सरना समिति चक्रधरपुर ने सरहुल महोत्सव के पावन अवसर पर दो साल बाद भव्य आयोजन किया. धूमधाम एवं हर्षोल्लासपूर्ण वातावरण में प्रकृति की उपासना का पर्व मनाया गया. सोमवार को सरना धर्मावलम्बियों द्वारा सरना स्थल पेल्लो टुंगरी व जय चाला आयंग में विधिवत पूजा अर्चना की गई. इस दौरान उरांव सरना समिति के पदाधिकारियों व अन्य लोगों ने पूजा अर्चना की.
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निकाली गई भव्य शोभायात्रा
उरांव सरना समिति के लोगों ने पुन: शाम को परम्परा एवं संस्कृति के मुताबिक पेल्लो टुंगरी से विशाल शोभायात्रा सह जुलूस निकाली, जो बनमालीपुर से होते हुए श्यामरायडीह, टोकलो रोड, भगत सिंह चौक, चक्रधरपुर मेन रोड होते हुए रेलवे कालोनी के पोर्टर खोली, लोको कालोनी, राम मंदिर के रास्ते देवगांव होते हुए वापस सीधे जय चाला अयंग पहुंचा.
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शोभायात्रा में चलता रहा लोकनृत्य का दौर
यहां पुन: सरना उरांव समाज के लोगों द्वारा पूजा अर्चना की गई. इस अवसर पर उपस्थित उरांव सरना समिति के लोगों ने एक दूसरे को शुभकामनांए दी. विधायक सुखराम उरांव की पत्नी नवमी उरांव, पुत्र सन्नी उरांव, बबलू लकड़, सीताराम कुजूर, अजय लकड़ा, गणेश मिंज समेत काफी संख्या में उरांव सरना समिति के सदस्य, बच्चे, महिलाएं व युवतियां जुलूस में शामिल हुईं. जुलूस के दौरान पारंपरिक लोकनृत्य, गीत, संगीत के साथ जय चला आयंग, जय बाबा विश्वकर्मा का नारा लगता रहा. वहीं मांदर की थाप पर महिलाएं युवतियां जमकर थिरकी. रास्ते भर मांदर नगाड़े की थाप गूंजती रही.
जुलूस का किया गया स्वागत
सरहुल जुलूस के दौरान जगह-जगह जुलूस का लोगों ने स्वागत किया. सामाजिक, राजनीतिक, स्वयंसेवी संगठनों ने जुलूस के लिए शीतल पेयजल, शरबत आदि की व्यवस्था की. जुलूस पवन चौक होते हुए रेलवे फाटक, पोर्टर खोली होती हुए देवगांव से वापस पेल्लो टुंगरी पहुंचकर संपन्न हुई.