Ghatshila : चाकुलिया की कोलकाता पिंजरापोल सोसाइटी की गौशाला और हवाई पट्टी पर स्थित ध्यान फाउंडेशन द्वारा संचालित गोशाला का सोमवार को राज्य के पशुपालन विभाग के निदेशक शशि प्रकाश झा ने अपनी टीम के साथ निरीक्षण किया. ध्यान फाउंडेशन की गौशाला का निरीक्षण कर शशि प्रकाश झा काफी प्रभावित हुए. मौके पर शशि कुमार झा ने कहा कि चाकुलिया की गौशालाओं में निर्मित आयुर्वेदिक दवाओं और गौ मूत्र और गोबर से केंचुआ खाद का निर्माण किया जा रहा है. गोबर से निर्मित केचुआ खाद और आयुर्वेद दवाओं का उपयोग सिर्फ स्थानीय किसान ही कर रहें हैं. इसको कमर्शियल करने की जरूरत है. जब तक गोशाला आत्मनिर्भर नहीं होंगी तब तक गोशाला का विकास नहीं हो पाएगा.
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गोशाला को आत्म निर्भर बनाया जाएगा
उन्होंने कहा कि गोबर और गोमूत्र के फायदे का प्रचार प्रसार कर गोशाला को आत्म निर्भर बनाया जा सकता है. चाकुलिया में ध्यान फाउंडेशन की गौशाला में 13500 गो वंश है. इन पर प्रतिदिन पांच लाख रुपये खर्च होते है. फिलहाल यहां सरकारी अनुदान नहीं मिल रहा है. ध्यान फाउंडेशन द्वारा संचालित गौशाला के अभी तीन वर्ष पूरे नहीं हुए हैं. रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया पूरी होते ही रजिस्टरड कर दिया जाएगा. रजिस्टरड होते ही सरकार द्वारा प्रति गाय पर 100 रूपये की दर से अनुदान राशि दी जाएगी. क्षेत्र में गोबर से अमृत कृषि करने के प्रति जागरूक करने की जरूरत है.
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गोशाला कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया गया
अमृत कृषि कार्य से किसान और गोशाला दोनों को ही फायदे हैं. उन्होंने उपस्थित पदाधिकारियों और गोशाला कर्मियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया. इस अवसर पर क्षेत्रिय निरीक्षक मिथिलेश कुमार सिंह, जिला पशुपालन पदाधिकारी डॉ. सुरेन्द्र प्रसाद, राजेश सिंह, मनोज महता, प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी विनय कुमार दुबे, डॉ. शालिनी मिश्रा समेत अन्य उपस्थित थे.