Chakulia : शराब पिएं तो जमकर पिएं, क्योंकि पैसा और शरीर आपका है. मगर इतना ख्याल रहे कि शराब की खाली बोतलों के टुकड़ों से किसी बच्चे या फिर किसी इंसान का पैर ना कट जाए. जी हां! हम बात कर रहे हैं चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 10 में स्थित केदारनाथ झुनझुनवाला हाई स्कूल ( मध्य विद्यालय भवन) और लाखों की लागत से बच्चों के खेलने के लिए बने पार्क की. पार्क के गेट के पास और पार्क से सटे विद्यालय भवन के पास सड़क के किनारे विदेशी शराब की दर्जनों खाली बोतलें बिखरी हैं. यह सड़क पीएचडी मोड़ से नागानल मंदिर तक जाती है और पंडित रघुनाथ मुर्मू चौक से घूम कर मुख्य बाजार पथ में मिल जाती है.
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विद्यालय के पास शराब की खाली बोतलें बिखरी पड़ी रहती है
पार्क और विद्यालय से कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय तथा प्रखंड और अंचल कार्यालय सटे हुए हैं. परंतु विडंबना देखिए कि सड़क के किनारे पार्क के गेट और विद्यालय के पास शराब ही शराब की खाली बोतलें बिखरी पड़ी हैं. कचरे भी बिखरे पड़े हैं. इस विद्यालय और पार्क में रोजाना सैकड़ों बच्चे आते हैं. करोड़ों की योजनाओं के संचालन में मस्त नगर पंचायत के जनप्रतिनिधि और पदाधिकारियों का ध्यान शराब की खाली बोतलों पर नहीं है. तभी तो इसकी सफाई नहीं हुई है और बोतलों को फेंकने वाले गणमान्य लोगों की पहचान कर कार्रवाई भी नहीं हुई है. भगवान बिरसा मुंडा की जयंती के दिन यह की स्थिति आम लोगों समझ से परे है. क्योंकि इस सड़क से जनप्रतिनिधि और पदाधिकारी अक्सर गुजरते हैं.
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बच्चे और राहगीर हो सकते है जख्मी
शराब की खाली बोतलें विदेशी शराब की हैं. यानी कि ऐसी शराब को गरीब नहीं कुछ खास गणमान्य लोग ही पीते होंगे. लिहाजा बोतलों को फेंकने का काम ऐसे खास लोगों का ही है. सवाल है कि ऐसे कौन से खास लोग हैं, जो विद्यालय और पार्क के महत्व को नहीं समझते हैं. जो यह नहीं समझते हैं कि इस विद्यालय में करीब डेढ़ सौ बच्चे पढ़ते हैं और पार्क में खेलने के लिए प्रतिदिन दर्जनों बच्चे आते हैं. शराब की बोतल ले अगर टूट जाए तो इनके टुकड़ों से बच्चे और राहगीर जख्मी भी हो सकते हैं. नगर पंचायत प्रशासन प्लास्टिक बेचने वालों को चिन्हित कर कार्रवाई करता है. परंतु विद्यालय और पार्क के पास शराब की खाली बोतलों को फेंकने वाले गणमान्य लोगों को चिन्हित कर कार्रवाई क्यों नहीं करता है. एक यक्ष प्रश्न बनकर खड़ा है. सबसे बड़ा प्रश्न तो यह है कि नगर पंचायत प्रशासन ऐसे महत्वपूर्ण स्थलों की साफ सफाई क्यों नहीं करवाता है.
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