Chakulia : चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर एक के गोविंदपुर में है मुंडा समाज का देशुआ जाहेरगाड़ (पूजा स्थल). यहां हर साल आदिम मुंडा महाल विकास समिति करम पूजा आयोजित करती है. इस साल आगामी 17 सितंबर को करम पूजा आयोजित होगी. मगर यह जाहेरगाड़ जंगल और झाड़ियों से भरा पड़ा है. यहां तक कि भगवान बिरसा की मूर्ति झाड़ियों से घिरी हुई है. श्रद्धालुओं के लिए निर्मित आश्रय गृह भी जंगल और झाड़ियों से घिरा है. दरअसल यहां कोरोना प्रवासी मजदूरों के लिए क्वारंटाइन सेंटर बनाया गया था, लेकिन उसके बाद इसे सैनिटाइज नहीं किया गया, जिसके कारण से एक साल से यहां कोई नहीं गया. पूर्वी सिंहभूम जिला में मुंडा समाज का यह इकलौता देशुआ जाहेरगाड़ है.
आश्रय गृह को लताओं ने घेरा, जाहेरगाड़ परिसर की चहारदीवारी अभी तक नहीं बनी है
जाहेरगाड़ परिसर में ही वार्ड विकास केंद्र भवन है. यह भवन भी झाड़ियों से घिरा है. भगवान बिरसा मुंडा की मूर्ति का चबूतरा टूट गया है. मूर्ति का रंग भी उतर गया है. करम पूजा के अवसर पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए बने आश्रय गृह लताओं से घिरा है. नगर पंचायत के जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों का ध्यान इस प्रमुख पूजा स्थल पर नहीं है. आदिम मुंडा महाल विकास समिति के सचिव कुशराम सिंह मुंडा ने कहा कि जाहेरगाड़ परिसर की चहारदीवारी निर्माण के लिए कई बार पत्राचार किया गया. परंतु कोई पहल नहीं की गई. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण के कारण परिसर की साफ-सफाई नहीं की गई है. श्रद्धालुओं के लिए निर्मित आश्रय गृह को कोरोना काल में प्रशासन ने क्वारंटाइन सेंटर बनाया था. परंतु उसके बाद इसे सैनिटाइज नहीं करवाया गया है. इसलिए इसमें कोई प्रवेश नहीं करता है. उन्होंने कहा कि आगामी 17 सितंबर को यहां करम पूजा आयोजित होगी. इसके पूर्व परिसर की साफ सफाई कराई जाएगी.