Ranchi : विधानसभा के पांचवें दिन के दूसरे पहर में सदन में विधायकों द्वारा लाये गये गैर सरकारी संकल्प पर चर्चा शुरू हो गयी है. कुल 32 गैर सरकारी संकल्प पर सदन पर चर्चा होनी है. सभी संकल्प विभिन्न विभागों से जुड़ी हुई है. संबंधित विभागीय मंत्री द्वारा विधायकों के लाये गैर सरकारी संकल्प पर सदन में सरकार का जवाब दे रहे हैं. इससे पहले सदन से बाहर निकल कर आये भाजपा विधायक अमर कुमार बाउरी मीडिया से बात करते हुए रो पड़े. उन्होंने कहा कि मैंने पहली कार्य स्थगन का प्रस्ताव लाया था, लेकिन स्पीकर ने उसे नहीं माना. दलित होने की सजा दी गयी. स्पीकर पंच के समान होते हैं. उन्हें ऐसी अनदेखी नहीं करनी चाहिए थी. कम से कम स्पीकर को मेरा कार्य स्थगन प्रस्ताव को पढ़ लेना चाहिए था.
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मॉनसून सत्र का हर दिन हंगामेदार रहा
पांच दिन चले मॉनसून सत्र का हर दिन हंगामेदार रहा. नमाज पढ़ने के लिए कमरा अलॉट किये जाने को लेकर बीजेपी विधायकों ने जमकर हंगामा किया. साथ ही पूरे मॉनसून सत्र के दौरान बीजेपी विधायक नियोजन नीति रद्द करने की मांग पर भी अड़े रहे. साथ ही बीजेपी कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में भी बीजेपी ने हंगामा किया. इसके विरोध में सत्र के आखिरी दिन बीजेपी कार्यकर्ता काला पट्टा लगाकर सदन पहुंचे थे.
यहां बता दें कि बीजेपी कार्यकर्ता नियोजन नीति और नमाज के लिए विधानसभा में कमरा अलॉट किये जाने का विरोध लगातार करते रहे. इसके विरोध में बीजेपी सासंद दीपक प्रकाश,बाबूलाल मरांडी और संजय सेठ के नेतृत्व में विधानसभा का घेराव करने भी निकले थे. विधानसभा के बाहर जगन्नाथ मंदिर के पीछे बनी दूसरी बैरिकेडिंग को भी कार्यकर्ताओं ने तोड़ दिया तो पुलिस ने लाठीचार्ज किया. साथ ही कार्यकर्ताओं को तितर-बितर करने के लिए पानी की बैछार भी की गयी. फिर भी कार्यकर्ता डटे रहे. वहीं लाठीचार्ज में कई कार्यकर्ता घायल भी हुए.
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विधायक मद को 8 करोड़ करने की सदन में उठी मांग
इससे पहले सदन की कार्यवाही के आखिरी दिन जेएमएम विधायक स्टीफन मरांडी ने स्पीकर से विधायक मद को 8 करोड़ करने की मांग रखी थी. बीजेपी विधायक भानु प्रताप सिंह ने इसका समर्थन किया. भानु ने कहा था कि आज महंगाई बढ़ गयी है, जीएसटी भी लग रहा. ऐसे में या तो विधायक मद की राशि बंद कर दें या इसे 8 करोड़ कर दिया जाए. विधायक मद को बढ़ाकर 8 करोड़ करने के मांग पर अध्यक्ष ने कहा था कि वे इस बारे में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेने और संसदीय कार्य मंत्री आलमगीर आलम से बात करेंगे.
अनुपूरक बजट हुआ पेश
मानसून सत्र के दूसरे दिन 4684.93 करोड़ का अनुपूरक बजट (2021-22) पेश हुआ. वित्त मंत्री डॉ रामेश्वर उरांव ने सदन के पटल पर अनुपूरक बजट रखा. इस वित्तीय वर्ष (2021-22) का पहला अनुपूरक बजट सदन से पारित हो गया.
मॉनसून सत्र में तीन विधेयक सदन में पारित हुआ, जिनमें झारखंड माल एवं सेवा कर संशोधन विधेयक 2021, झारखंड नगर पालिका संशोधन विधेयक 2021 और निजी क्षेत्र में स्थानीय उम्मीदवारों का नियोजन विधेयक पारित हुआ.