Chakulia : झारखंड राज्य गठन के इतने वर्षों बाद भी चाकुलिया प्रखंड में सरकारी चिकित्सा व्यवस्था पटरी पर नहीं आ पाई है. सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पर्याप्त सुविधाएं नहीं है और विशेषज्ञ चिकित्सक भी नहीं है. सीएचसी में एक्स रे मशीन और ऑपरेशन थिएटर तक नहीं है. गंभीर रूप से घायल या फिर गंभीर रूप से बीमार व्यक्ति को रेफर करना पड़ता है. यही कारण है कि इलाज के लिए यहां के मरीजों का पलायन पश्चिम बंगाल में होता है.
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एक्सरे कराने के लिए जाना पड़ता है झाड़ग्राम
यहां सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के लिए आलीशान भवन तो बना है. परंतु विशेषज्ञ चिकित्सकों और अन्य सुविधाओं का घोर अभाव है. केंद्र में ऑपरेशन थिएटर नहीं है और ना ही एक्सरे मशीन है. ऐसे में यहां के मरीजों को एक्सरे कराने के लिए भी पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम जाना पड़ता है. यहां से जमशेदपुर की दूरी अधिक है. यहां कोई प्राइवेट नर्सिंग होम भी नहीं है. जबकि पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम की दूरी काफी कम है और बेहतर चिकित्सा व्यवस्था है. यहां के ग्रामीण इलाके में चिकित्सा व्यवस्था बद से बदतर है. किसी भी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सक नहीं हैं.अधिकतर मरीज इलाज के लिए पश्चिम बंगाल के झाड़ग्राम ही जाते हैं.
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सीएचसी में की गई अनदेखी सुविधाओं की
चाकुलिया के सीएचसी के लिए कई करोड़ का भवन बनवाया गया. परंतु चिकित्सकीय सुविधाओं की अनदेखी की गई. केंद्र में चिकित्सकों का सृजित पद सात है. परंतु सिर्फ पांच ही चिकित्सक पदस्थापित हैं. विशेषज्ञ चिकित्सक का पदस्थापन नहीं है. केंद्र में ऑपरेशन थिएटर के अभाव में छोटी मोटी सर्जरी होती है. बड़ी सर्जरी के लिए मरीज को रेफर किया जाता है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. रंजीत मुर्मू ने बताया कि कुछ साल पूर्व बहरागोड़ा से एक एक्सरे मशीन भेजी गई थी. परंतु वह खराब थी. इसकी मरम्मत के लिए जिला कार्यालय को पत्राचार किया गया है.
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