Chakuliya : जमशेदपुर वन प्रमंडल में सर्वाधिक हाथी प्रभावित क्षेत्र के रूप में विख्यात चाकुलिया वन क्षेत्र में जंगली हाथियों के हमले से ग्रामीणों की मौत होने का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा है. जंगली हाथियों का उत्पात लगातार बढ़ता ही जा रहा है. गांव से लेकर शहर तक ये उत्पात मचा रहे हैं. विगत पांच सालों से करीब 50 से अधिक जंगली हाथी क्षेत्र में मौत का पर्याय बन कर घूम रहे हैं. खासकर ग्रामीण इलाकों में इन हाथियों की चपेट में आकर कब किसकी जान चली जाएगी कहना मुश्किल है. ये क्षेत्र के किसानों के लिए भी सबसे बड़ी समस्या बन गए हैं. विदित हो कि इन पांच सालों में जंगली हाथियों के हमले से 19 ग्रामीण की मौत हो चुकी है और दर्जनों लोग जख्मी हो चुके हैं. वहीं, जंगली हाथियों द्वारा बड़े पैमाने पर फसलों को भी नष्ट किया गया है. जंगली हाथी एक त्रासदी बन गए हैं, जिससे आवाम त्रस्त है.
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हर साल किसानों को उठाना पड़ रहा लाखों का नुकसान
चाकुलिया वन क्षेत्र में चाकुलिया, बहरागोड़ा, धालभूमगढ़ प्रखंड और घाटशिला प्रखंड के कुछ अंश आते हैं. जंगली हाथियों ने सैकड़ों घरों को क्षतिग्रस्त किया है. साथ ही धान, सब्जी, मकई और बांस की फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. हर साल किसानों को लाखों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. फिलहाल जंगली हाथियों का उपद्रव बदस्तूर जारी है और वन विभाग इन हाथियों को किसी सुरक्षित स्थान में पहुंचाने में नाकाम है. हाथियों से हो रही समस्या के निदान के लिए विधायक समीर महंती ने विधानसभा में भी प्रश्न उठाया था.
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हाथियों के हमले से इनकी हुई मौत
दो मई 2018 को बहरागोड़ा के बड़शोल थाना क्षेत्र के गोहलामुड़ा गांव की आशा लता दास, 3 मई 2018 को चाकुलिया के पूर्णापानी गांव के धर्मा मांडी, 15 जून 2018 को घाटशिला के बांधडीह के श्यामल पाल, 22 अगस्त 2019 को बड़शोल के कुटशोल के चुनाराम सबर, एक सितंबर 2019 को चाकुलिया के मौरबेड़ा के रेंटा हांसदा, 12 अक्टूबर 2019 को चाकुलिया के कमारीगोड़ा के संजय भारती, 31 जनवरी 2020 चाकुलिया के बनकांटी के पिकलु सबर, तीन फरवरी 2020 को चाकुलिया के बनकांटी की कल्याणी सबर और दिशा सबर, 2 मार्च 2020 को चाकुलिया के घागरा के सहदेव सिंह.
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17 अप्रैल 2020 को बड़शोल के सालदोहा के मानिक किस्कू, 13 अगस्त 2020 को चाकुलिया के मौरबेड़ा के राम मुर्मू, 25 अगस्त 2020 को घाटशिला के बरडीह के पवित्र पातर, 10 सितंबर 2020 को श्यामसुंदरपुर के रांगामाटिया के लोविन गोप, 12 अगस्त 2021 को चाकुलिया के जामुआ के पिथो मुंडा, 11 अक्टूबर 2021 को चाकुलिया के घाघरा के गंगाधर सिंह, 15 फरवरी 2022 की रात इंदबनी गांव के युवक गोपाल महतो और 19 जून 2022 की रात संतोष मुंडा और 25- 26 अक्टूबर की रात सुकरा मुंडा की मौत हाथियों के हमले में हुई है.
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