Chakulia : आमतौर पर जंगल में आग गर्मी के मौसम में लगती है, परंतु चाकुलिया प्रखंड क्षेत्र में जाड़ा के मौसम में जंगल में आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है. ग्रामीणों द्वारा झाड़ियों में आग लगाए जाने के कारण अब तक कई जंगलों में आग लग चुकी है और काजू समेत अन्य प्रजाति के पेड़ झुलस चुके हैं. दरअसल, ग्रामीण जंगल के आसपास की झाड़ियों में आग लगा देते हैं और यही आग जंगल तक पहुंच जाती है. चाकुलिया में हवाई पट्टी से चाकुलिया – केरुकोचा सड़क के किनारे स्थित स्वर्णरेखा परियोजना की मुख्य बांयी नहर के किनारे स्थित झाड़ियों में किसी ने आग लगा दी है.
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यह आग नहर के किनारे स्थित झाड़ियों में फैलती जा रही है. नहर के पास ही साल और काजू के जंगल हैं. झाड़ियों में फैली आग से साल और काजू के जंगल में आग लगने की भी संभावना बढ़ गई है. विगत दिनों झाड़ियों में आग लगाए जाने के कारण लोधाशोली के पास स्थित काजू जंगल में काजू के अनेक वृक्ष झुलस गए थे. चौठिया के पास भी पोटाश के जंगल में आग लग गई थी. जंगल से लकड़ी काटने के लिए भी जंगल में लोग आग लगा देते हैं. आग से छोटे पेड़ जब झुलस जाते हैं तो ग्रामीण उसे काट लेते हैं.