Chakulia : मंगलवार को रत्नगर्भा झारखंड राज्य का 22वां स्थापना दिवस है. आज के दिन ही भगवान बिरसा मुंडा का जन्म दिवस भी है. मगर आज की शाम चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 11 स्थित नेताजी सुभाष चौक की तस्वीरें शर्मसार करने वाली है. क्योंकि बाजार के मुख्य नाला के किनारे स्थापित देश को आजाद कराने के अग्रणी नायक महान स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जर्जर मूर्ति बांस और कपड़े के बंधन में है. मूर्ति के करीब ही कचरों का अंबार लगा है. शाम को मवेशी कचरे खाते नजर आ रहे हैं.
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जनप्रतिनिधि व पदाधिकारी मूर्ति की बदहाली का देख रहे हैं तमाशा
2.61 करोड़ की लागत से निर्मित आलीशान नगर पंचायत कार्यालय भवन में बैठने वाले तथा करोड़ों की योजनाओं का संचालन करने वाले जनप्रतिनिधि और पदाधिकारीगण नेताजी सुभाष चंद्र बोस की मूर्ति की बदहाली का तमाशा देख रहे हैं. तभी तो ग्रामीणों द्वारा मांग करने के बावजूद मूर्ति के चबूतरे की मरम्मत नहीं हो रही है. नाले के किनारे होने के कारण मूर्ति के चबूतरे में दरारें पड़ गई हैं और मूर्ति नाला की ओर झुक गई है. चबूतरा सहित मूर्ति टूटकर नाला में गिर ना जाए इससे बचाने के लिए किसी सज्जन व्यक्ति ने मूर्ति के पीछे एक बांस का सहारा देकर मूर्ति को कपड़े से बांस में बांध दिया है.
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रेलवे की जमीन पर है मूर्ति स्थापित
राज्य के स्थापना दिवस के दिन मूर्ति के सामने कचरों का अंबार लगा है. स्थानीय ग्रामीण विगत कई माह से मूर्ति की मरम्मत करने की मांग नगर पंचायत तथा रेलवे से कर रहे हैं. परंतु अब तक कोई पहल नहीं की गई है और मूर्ति नाले की ओर झुकती जा रही है. यह मूर्ति रेलवे की जमीन पर स्थापित है. हम लोग मानते हैं कि अगर इस मूर्ति और चबूतरे की मरम्मत नहीं हुई तो यह मूर्ति कभी भी चबूतरे सहित नाला में गिर सकती है.