Jamshedpur (Mujtaba Haider Rizvi) : बिष्टुपुर के गोपाल मैदान में टाटा स्टील के संवाद कार्यक्रम का ढोल नगाड़े के साथ मंगलवार को आगाज हुआ. कार्यक्रम का आगाज 501 ढोल नगाड़ों की गूंज के साथ हुआ. झारखंड की 31 जनजाति के लोगों ने मिलकर पारंपरिक लोक नृत्य की आकर्षक प्रस्तुति की. इसे देख दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए. मंच पर विभिन्न राज्यों से आए आदिवासी कलाकारों ने अपनी कला का परिचय दिया. इसे देख लोग दंग रह गए. एक व्यक्ति ने पेड़ों की पत्तियों से बनी हुई प्रधान पहनी थी. सर पर मुकुट भी मोर पंख का लगाया था. इसकी प्रस्तुति काफी आकर्षक लग रही थी. संवाद की शुरुआत में विभिन्न प्रदेशों से आए आदिवासी कलाकारों ने अपने प्रदेश की पारंपरिक लोक नृत्य की कला का प्रदर्शन किया. संवाद के इस कार्यक्रम में टाटा वर्कर्स यूनियन के उपाध्यक्ष शाहनवाज आलम समेत कई अधिकारी मौजूद थे.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : योजना आयोग के पूर्व सदस्य अरुण मायरा आयेंगे एक्सएलआरआइ
27 राज्यों और 4 देशों से आए हैं आदिवासी कलाकार
संवाद के इस कार्यक्रम में देश के 27 राज्यों और 4 देश ब्राजील, मेक्सिको, युगांडा और जांबिया के आदिवासी कलाकार आए हैं. इस कार्यक्रम में विश्व भर के 186 जनजातियों के प्रतिनिधित्व करने वाले 2600 से अधिक लोग जुटे हैं. टाटा स्टील के सौरभ राय ने बताया कि संवाद कार्यक्रम आदिवासी कला को लोगों के बीच लाकर पेश करने वाला एक बड़ा कार्यक्रम है. यह कार्यक्रम हर साल होता है. कोरोना काल के बाद इस साल इसे बड़े पैमाने पर आयोजित किया जा रहा है. इस समारोह में आदिवासी कलाकारों, बुनकरों और कारीगरों ने अपने हस्तशिल्प के स्टाल भी लगाए हैं.