Chandil (Dilip Kumar) : देश-विदेश के सैलानियों की पसंदीदा स्थल चांडिल डैम से दंतैल हाथी का मोहभंग नहीं हो रहा है. डैम के मनोरम और स्वास्थ्यवर्धक वातावरण दंतैल हाथी को भी अपनी ओर खींच रहा है. हो सकता है कि वन भूमि से सटे कल-कारखानों से होने वाले प्रदूषण के कारण हाथी भी अब स्वास्थ्यवर्धक स्थलों में पहुंचने लगे हैं. शुक्रवार को सुबह दंतैल हाथी फिर चांडिल डैम क्षेत्र में पहुंचा. इस बार हाथी डैम न जाकर गांगुडीह डैम कालोनी क्षेत्र होते हुए जंगल में प्रवेश किया. घोड़ानेगी की ओर से सुवर्णरेखा नदी पार करते हुए दंतैल हाथी डैम के केनाल होते हुए गांगुडीह डैम कालोनी होते हुए पुनर्वास स्थल की ओर गया और इसके बाद जंगल में प्रवेश किया. सुबह-सुबह जंगल हाथी को कालोनी में देखकर लोग दहशत में आ गए.
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नवंबर माह में दो बार आ चुका डैम
इसके पूर्व दंतैल हाथी नवंबर माह में दो बार चांडिल डैम आ चुका है. दोनों बार हाथी नदी व डैम में स्नान कर लंबे समय तक जलक्रीड़ा किया था. इस बार हाथी डैम ना जाकर डैम कालोनी पहुंच गया. अकेला घूम रहे दंतैल हाथी ने अब तक किसी प्रकार का गंभीर नुकसान नहीं किया है. अपना पेट भरने के लिए हाथी खेतों में लगी फसल को ही निवाला बना रहा है. दंतैल हाथी एक माह से अधिक समय से इसी क्षेत्र में अपना डेरा जमाए हुए है. पहली बार हाथी सुबह डैम पहुंचा था. दूसरी बार शाम के वक्त डैम पहुंचा. अब तीसरी बार हाथी सुबह डैम कालोनी पहुंचा. दिन के उजाले में भी हाथी के इस प्रकार घूमने से लोगों में दहशत है.
बाल्टी को फुटबॉल की तरह उड़ाया
जिस समय हाथी डैम कालोनी होकर गुजर रहा था, उस वक्त एक महिला स्नान कर वापस घर लौट रही थी. लोगों ने उसे हाथी के आने की सूचना देते हुए तत्काल निकट स्थित पानी टंकी में घुसने के लिए कहा. महिला अपना बाल्टी छोड़कर पानी टंकी परिसर में घुस गई. उस रास्ते से होकर जा रहे दंतैल हाथी ने रास्ते में बाल्टी को देखकर उसे फुटाबॅल की तरह कीक मारकर दूर फेंक दिया. ग्रामीणों ने दंतैल हाथी के डैम कालोनी में पहुंचने की सूचना तत्काल वन विभाग को दिया. लेकिन सूचना दिए जाने के बाद भी विभागीय पदाधिकारी व कर्मी कालोनी नहीं पहुंचे. इससे ग्रामीणों में रोष व्याप्त है. ग्रामीणों ने वन विभाग से सुरक्षा की गुहार लगाते हुए हाथह भगाने के लिये संसाधन मुहैया कराने की मांग की है.
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