Chandil (Dilip Kumar) : नीमडीह प्रखंड मुख्यालय रघुनाथपुर में योग प्रशिक्षक घनश्याम महतो प्रतिदिन लोगों को नि:शुल्क योग प्रशिक्षण दे रहे हैं. वे लोगों को अपने शिविर में सूर्यनमस्कार, आसन, प्राणायाम आदि का प्रशिक्षण देकर स्वस्थ्य समाज निर्माण के प्रति प्रोत्साहित कर रहे है. उनका कहना है कि वर्तमान के रासायनिक खाद के कारण खाद्य पदार्थ में पौष्टिक तत्व काफी कम मात्रा में पाया जाता है. जिसके कारण लोग रोगग्रस्त हो रहें हैं. विभिन्न प्रकार की बीमारी तेजी से अपना पांव पसार रही है. समाज में शूगर की बीमारी तेजी से बढ़ी है. ऐसे में लोगों को जैविक खेती से उपजाए गए फसल का ही सेवन करना चाहिए और प्रतिदिन योग, आसन और प्राणायाम करना चाहिए. प्राकृतिक चिकित्सा से लोग रोगमुक्त रह सकते हैं.
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योग से एकाग्रता बढ़ती है
योग करने के कई लाभ है. योग, आसन एवं प्राणायाम एक ऐसा साधन है जिसके द्वारा बिना एलोपैथी, होमियोपैथी व आयुर्वेदिक दवा के बिना रोग मुक्त रहा जा सकता है. इस बात को अब पूरी दुनिया मान रही है. उन्होंने बताया कि अमेरिका के प्राकृतिक चिकित्सा विशेषज्ञ डा एलेना हेलेन के अनुसार योग विज्ञान नीरोग रहने का सशक्त माध्यम है. उनके द्वारा 100 रोगियों के उपर तीन महीने तक एक प्रयोग के द्वारा योग, आसन, प्राणायाम एवं प्राकृतिक चिकित्सा से 99 लोग पूर्ण रूप से स्वस्थ्य हो गए हैं. जिसमें 72 लोग गंभीर रोग से ग्रसित थे. योग करने से जहां लोग शारीरिक और मानसिक रूप से स्वस्थ्य रहते हैं. वहीं विद्यार्थियों में एकाग्रता बढ़ता है, जिसके उनको पढ़ाई में लाभ मिलता है. उन्होंने बताया कि उनके शिविर में लोग पहुंचते हैं और स्वस्थ्य रहने के गुर सीखकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे हैं.