Chandil (Dilip Kumar) : सरायकेला-खरसावां जिले का चांडिल वन प्रक्षेत्र प्रभार पर चल रहा है. चांडिल में वन विभाग अधिकारी व कर्मियों का दंश झेल रहा है. अधिकारी व कर्मियों की कमी के कारण कामकाज पर खासा असर पड़ रहा है. कर्मियों की बात तो जाने दीजिए, यहां वन क्षेत्र पदाधिकारी व फारेस्टर का पद भी अतिरिक्त प्रभार पर चल रहा है. चांडिल वन प्रक्षेत्र में चांडिल के अलावा ईचागढ, नीमडीह व कुकडू प्रखंड क्षेत्र आता है. चारों प्रखंड क्षेत्र में इन दिनों हाथियों का उत्पात चरम पर है. चांडिल वन प्रक्षेत्र में लगभग 765 हेक्टेयर में वन भूमि फैला हुआ है.
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इस वर्ष तीन जान ले चुके हैं हाथी
चांडिल अनुमंडल क्षेत्र में हाथियों के कारण जान-माल की नुकसान होना अब आम होता जा रहा है. इस वर्ष हाथियों के कारण तीन लोगों की जान जा चुकी है. हाथी ने 27 मई को ईचागढ़ प्रखंड क्षेत्र केडुमरा में रीता मुंडा की, 29 मई को चिरूगोड़ा में नीलमणि महतो की ओर 12 नवंबर को कुकड़ू प्रखंड के डाटम में दस वर्षीय बालक लालमोहन महतो की जान ले चुका है. इसके अलावा हाथियों के कारण किसानों के खेतों में लगी सब्जी व धान की फसल को नुकसान पहुंचा है. वनकर्मियों की कमी भी हाथी समस्या के निदान में बाधक बन रहा है.
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वनरक्षियों के भरोसे चांडिल
चांडिल वन प्रक्षेत्र में पदाधिकारी व कर्मी मिलाकर कुल 29 पद सृजित हैं. इनमें एक वन क्षेत्र पदाधिकारी, चार फारेस्टर, 21 वनरक्षी, एक लिपिक का पद है. इसके अलावा चालक व कंप्यूटर ऑपरेटर दैनिक वेतनभोगी के रूप में रखा जाना है. चांडिल वन प्रक्षेत्र में 16 वनरक्षी पदस्थापित है, इसके अलावा सभी पद रिक्त है. दैनिक वेतनभोगी में एक कंप्यूटर ऑपरेटर व एक चालक काम करता है. चांडिल का वन क्षेत्र पदाधिकारी व चारों फारेस्टर का पद अतिरिक्त प्रभार पर चल रहा है. चांडिल वन प्रक्षेत्र के चांडिल, नीमडीह, पातकुम व खूंटी के फारेस्टर के पद पर वनरक्षियों को अतिरिक्त प्रभार देकर पदस्थापित किया गया है.
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1989 से नहीं हुई रेंजर की बहाली
वन विभाग के अधिकारियों के अनुसार 1989 से रेंजर और 1993 से फारेस्टर की बहाली नहीं हुई है. अलग झारखंड राज्य में 2017 में वनरक्षियों की बहाली की गई थी. लंबे अरसे से बहाली नहीं होने के कारण वन विभाग में अधिकांश पद रिक्त है. इसके कारण पदाधिकारियों के साथ कर्मियों को भी अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. चांडिल के प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी शशि प्रकाश रंजन का मूल पदस्थापना घाटशिला में वन प्रक्षेत्र पदाधिकारी सामाजिक वाणिकी के रूप में है. घाटशिला के अलावा उन्हें आदित्यपुर, खरसावां और चांडिल के प्रादेशिक व सामाजिक वाणिकी दोनों रेंज का प्रभार मिला है.