Dhanbad : धनबाद (Dhanbad) सर्दी का मौसम शुरू होते ही घने कोहरे के बीच ट्रेनों को सुरक्षित दौड़ाने के लिए अब फॉग सेफ डिवाइस की मदद ली जाएगी. जीपीएस आधारित उपकरण के लग जाने से अब इंजन के अंदर ही चालक को सिग्नल की सारी खबर मिलती रहेगी. ट्रैक में क्रैक होने, रेल फाटक या रेलवे स्टेशन के नजदीक होने की जानकारी भी इस उपकरण से आसानी से मिल सकेगी. धनबाद रेल मंडल को 739 फॉग सेफ डिवाइस उपलब्ध कराए गए हैं. यहां से चलने वाली यात्री ट्रेनों और मालगाड़ियों में फॉग सेफ डिवाइस लगाने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है.
हालांकि इसके बावजूद चालकों को स्वविवेक से ट्रेन चलाना होगा. घने कोहरे के बीच आपात परिस्थितियों से निपटने और ट्रेन को नियंत्रित रखने के लिए 75 किमी प्रति घंटे से अधिक की रफ्तार से यात्री ट्रेनें नहीं चलेंगी. जिन ट्रेनों में फॉग सेफ डिवाइस नहीं लगे होंगे या तकनीकी कारणों से काम नहीं कर रहे हों तो ट्रेनों की अधिकतम गति 60 किमी प्रति घंटे निर्धारित होंगी.
क्या है फॉग सेफ डिवाइस
इंजन में लगने वाला उपकरण फॉग सेफ डिवाइस जीपीएस आधारित है. इससे रेल चालक को आगे सिग्नल की चेतावनी पहले ही मिल जाएगी. सिग्नल की दूरी के अनुसार चालक ट्रेन की गति नियंत्रित कर सकता है. सिग्नल के साथ ट्रैक पर भी किसी तरह का गतिरोध होने पर सूचना चालक को तुरंत मिल जाएगी. इसमें लगा ऑडियो-वीडियो सिस्टम चालक को ट्रेन खुलते ही अगले स्टेशन के बारे में बता देगा. रेलवे फाटक होने या स्टेशन आने की जानकारी भी चालक को इंजन के अंदर ही मिलेगी. सिग्नल नजदीक आने पर इसमें लगी जलती-बुझती लाइट चालक को सिग्नल के बारे में आगाह करेगी.
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