- एनएच 32 के किनारे अवैध डीपो की भरमार
- कुटीर उद्योग बना महुआ शराब का कारोबार
Chandil (Dilip Kumar) : सरायकेला-खरसावां जिला का नीमडीह थाना क्षेत्र इन दिनों अवैध कारोबार के लिए सबसे सुरक्षित जोन माना जा रहा है. इसी का नतीजा है कि थाना क्षेत्र में अवैध कारोबार व्यापक रूप से फल-फूल रहा है. राष्ट्रीय राजमार्ग 32 के किनारे चाहे अवैध रूप से कोयला, लोहा व अन्य सामग्रियों का कटिंग का धंधा हो या गांवाें में देसी व विदेशी शराब का कारोबार. यहां सबकुछ अबाध रूप से चल रहा है.
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बताया जा रहा है कि इन अवैध कारोबार में विभिन्न राजनीतिक दलों के लोग भी संलिप्त हैं. नीमडीह थाना क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे बड़े ट्रिप ट्रेलर और ट्रकों से खुलेआम लोह अयस्क, कोयला, छड़ आदि उतारा जाता है. पश्चिम बंगाल के सीमाक्षेत्र पर स्थित आदारडीह और लुपुंगडीह में अवैध डिपो का संचालन बेखौफ हो रहा है. सबकुछ दिन के उजाले में खुलेआम होता है. स्थानीय लोगों का कहना है केि इस गौरखधंधे में पुलिस-प्रशासन की भी मौन स्वीकृति है.
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कुटीर उद्योग बना महुआ शराब का धंधा
नीमडीह थाना क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार कुटीर उद्योग का रूप धारण करता जा रहा है. कारोबारियों द्वारा रात के अंधेरे में विभिन्न गांवों एवं दुकानों में देशी महुआ शराब पहुंचाते हैं. क्षेत्र में व्यापक पैमाने पर शराब कारोबार चलने के बावजूद आबकारी विभाग भी शिथिल हो गई है. आबकारी अधिकारी एवं पुलिस अधिकारियों की लाख कोशिशों के बाद भी स्थायी रूप से अवैध देशी महुआ शराब का कारोबार बंद नहीं हो रहा है. सरकार के नशाबंदी अभियान का अवैध महुआ शराब व्यापारियों पर प्रभाव डालने में नाकाम साबित हो रहा है. आबकारी विभाग द्वारा लगातार किए जा रहे छापेमारी में नकली अंग्रेजी शराब के कारोबार का भंडाफोड़ हो रहा है, लेकिन नीमडीह क्षेत्र में अवैध महुआ शराब की चुलाई बंद नहीं हो पा रहा है. इसके कारण ग्रामीण क्षेत्र के नाबालिग भी नशे के आदी होने लगे हैं.
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नहीं बदल रही व्यवस्था
जिला में पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों का तबादला हुआ है. पुलिस और प्रशासन दोनों ही विभाग में छोटे से लेकर बड़े अधिकारियों का तबादला हुआ है. जिला में पुलिस अधीक्षक से लेकर थाना प्रभारी तक बदले गए. एसडीएम बदले, बीडीओ, सीओ भी बदले, लेकिन क्षेत्र में संचालित अवैध कारोबार बंद नहीं हुए. पदाधिकारी बदले पर घोषणा के बाद भी क्षत्र में व्यवस्था नहीं बदली. अवैध कारोबार यथावत चल रहे हैं. सभी स्थानों में नए पदाधिकारियों ने योगदान दिया. पुलिस अधीक्षक, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी, पुलिस निरीक्षक आदि ने पदभार लेने के दौरान क्षेत्र में विधि-व्यवस्था व्यवस्थित रखने के साथ अपराध नियंत्रण व अवैध कारोबारों पर अंकुश लगाने की बात कही थी.