New Delhi : चुनाव आयुक्त अरुण गोयल द्वारा इस्तीफे दिये जाने पर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला बोला है. कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा है कि चुनाव आयुक्त पद से अरुण गोयल के इस्तीफे से तीन सवाल खड़े होरहे है.
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#WATCH मांडवी, कच्छ (गुजरात): कांग्रेस महासचिव संचार प्रभारी जयराम रमेश ने कहा, “कल अरूण गोयल ने इस्तीफा दिया इससे मेरे मन में 3 कारण आए कि क्या उनके और मुख्य चुनाव आयुक्त में मतभेद आ गए हैं? क्या उनके और मोदी सरकार में कुछ मतभेद आ गए हैं… मेरे मन ये भी आया कि अभी-अभी कोलकाता… pic.twitter.com/VRGGVgbI6o
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 10, 2024
Election Commission or Election OMISSION?
India now has only ONE Election Commissioner, even as Lok Sabha elections are to be announced in few days. Why?
As I have said earlier, if we do NOT stop the systematic decimation of our independent institutions, our DEMOCRACY shall…
— Mallikarjun Kharge (@kharge) March 9, 2024
मुख्य चुनाव आयुक्त या मोदी सरकार के साथ मतभेदों के कारण इस्तीफा दिया?
जयराम रमेश का कहना है कि क्या उन्होंने (अरुण गोयल) मुख्य चुनाव आयुक्त या मोदी सरकार के साथ मतभेदों के कारण अपनी इस्तीफा दिया? जो सभी कथित स्वतंत्र संस्थानों के लिए सबसे आगे रहकर काम करती है? रमेश ने यह भी पूछा कि क्या उन्होंने निजी कारणों से इस्तीफा दिया? जयराम रमेश ने यह भी सवाल किया कि क्या वे कुछ दिन पहले कलकत्ता उच्च न्यायालय के न्यायाधीश की तरह भाजपा के टिकट पर आगामी लोकसभा चुनाव लड़ने जा रहे हैं?
आयोग VVPAT के मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियों से मिलने से इनकार करता रहा है
जयराम रमेश ने मोदी सरकार और चुनाव आयोग पर हमलावर होते हुए कहा कि आयोग वोटर वेरिफिएबल पेपर ऑडिट ट्रेल (VVPAT) के मुद्दे पर राजनीतिक पार्टियों से मिलने से इनकार करता रहा है. यह इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग हेरफेर (EVM) को रोकने के लिए अतिआवश्यक है. उन्होंने आरोप लगाया कि पीएम मोदी के भारत में हर दिन लोकतंत्र और लोकतांत्रिक संस्थानों को झटका दिया जा रहा है.
तो तानाशाही का लोकतंत्र पर कब्जा हो जायेगा…
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस मुद्दे परकेंद्र की मोदी सरकार पर हल्ला बोला है. खड़गे ने एक्स पर एक पोस्ट में पूछा है कि यह चुनाव आयोग है या चुनाव चूक? लिखा कि भारत में अब सिर्फ एक चुनाव आयुक्त हैं, जबकि कुछ ही दिनों में लोकसभा चुनावों की घोषणा होनी है. खड़गे के अनुसार अगर स्वतंत्र संस्थानों का विनाश नहीं रोका गया तो तानाशाही का लोकतंत्र पर कब्जा हो जायेगा.
अशोक लवासा के बाद गोयल दूसरे चुनाव आयुक्त हैं, जिन्होंने इस्तीफा दिया
अशोक लवासा के बाद गोयल दूसरे चुनाव आयुक्त हैं, जिन्होंने पिछले 4 साल में ,अपने पद से इस्तीफा दिया है. जान लें कि लवासा के पद पर रहते हुए चीफ इलेक्शन कमिश्नर और इलेक्शन कमिश्नर के साथ उनके मतभेद सार्वजनिक हो रहे थे. लवासा ने अगस्त 2020 में चुनाव आयुक्त के पद से इस्तीफा दिया था.