Chandil (Dilip Kumar) : नक्सल प्रभावित क्षेत्र के मतदाताओं को अब मतदान करने के लिए पैदल चलकर नहीं जाना पड़ेगा. मतदाता अब अपने मूल मतदान केंद्र में ही अपना जनप्रतिनिधि चुनने के लिए मतदान करेंगे. जी हां, आसन्न लोकसभा चुनाव के लिए ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में किसी भी मतदान केंद्र को बदला स्थानांतरित नहीं किया गया है. सभी मतदान केंद्र अपने मूल स्थान पर ही रहेंगे. इसकी जानकारी एआरओ सह चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी शुभ्रा रानी ने दी.
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उन्होंने बताया कि लोकसभा चुनाव के लिए अबतक किसी भी मतदान केंद्र का स्थान परिवर्तन नहीं किया गया है. विधानसभा क्षेत्र के सभी मतदान केंद्र अपने पूर्ववत स्थान पर रहेंगे, जहां मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. सरकार के इस निर्णय के बाद उन क्षेत्रों में मतदान प्रतिशत बढ़ने की उम्मीद लगाई जा रही है. वहीं मतदाताओं में भी खुशी देखी जा रही है.
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दुरुस्त की जा रही बुनियादी सुविधाएं
पूर्व में स्थानांतरित किए गए मतदान केंद्र में मतदाता और मतदानकर्मियों के लिए सारी सुविधाओं को दुरुस्त करने का काम किया जा रहा है. सभी मतदान केंद्रों में शौचालय, पेयजल, बिजली आदि की व्यवस्था की जा रही है. वहीं दिव्यांग मतदाताओं के लिए मतदान केंद्रों में रैंप का निर्माण करवाया गया है. जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह उपायुक्त रवि शंकर शुक्ला इनमें से कई मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर मतदान केंद्रों में सुविधाओं का जायजा ले चुके हैं.
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चुनाव के दौरान मतदाता और मतदानकर्मियों को किसी प्रकार की कोई परेशानी ना हा इसका पूरा ध्यान रखा जा रहा है. वहीं मतदाताओं के निर्वाचन प्रक्रिया में शत-प्रतिशत सहभागिता सुनिश्चित करने के लिए हर स्तर पर चरणबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है. अलग-अलग माध्यम से मतदाताओं को मतदान करने के प्रति जागरूक किया जा रहा है.
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इन मतदान केंद्रों को किया गया था स्थानांतरित
मतदान केंद उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में होने, दुर्गम छोर पहाड़ी क्षेत्र से घिरे होने और संवेदनशीलता के कारण बीते विधानसभा चुनाव में ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र में छह बूथों का स्थान परिवर्तन किया गया था. बदले गए सभी छह बूथ चांडिल प्रखंड के थे. स्थान परिवर्तित किए गए सभी बूथों पर अपेक्षाकृत कम मतदान हुआ था. बदले गए बूथों में मतदान केंद्र संख्या 219 उमवि रांका, 220 प्रावि टुरु, 222 मवि हेंसाकोचा पूर्वी भाग व बूथ संख्या 223 मवि हेंसाकोचा पश्चिमी भाग, बूथ संख्या 224 उमवि रेयाड़दा व 225 उमवि बारसिड़ा शामिल थे. इनमें मतदान केंद्र संख्या 219 उमवि रांका, 220 प्रावि टुरु, 222 मवि हेंसाकोचा पूर्वी भाग व बूथ संख्या 223 मवि हेंसाकोचा पश्चिमी भाग को मतदान केंद्र संख्या 221 उमवि पालना में और बूथ संख्या 224 उमवि रेयाड़दा व 225 उमवि बारसिड़ा को बूथ संख्या 227 उमवि गुटिउली में स्थानांतरित किया गया था.
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15 किलोमीटर दूर बनाए गए थे मतदान केंद्र
बीते विधानसभा चुनाव के दौरान बदले गए मतदान केंद्रों के मतदाताओं को मतदान करने के लिए 15 किलोमीटर दूर जाना पड़ा था. पहाड़ की चोटी पर बसा चांडिल प्रखंड के मुटूदा गांव में करीब 350 मतदाता हैं. सभी मतदाता उत्क्रमित मध्य विद्यालय हेंसाकोचा में बनने वाले बूथ पर मतदान करते है. मतदान केंद्र बदलने के कारण मुटूदा के मतदाताओं को मतदान करने के लिए 15 किलोमीटर की दूरी तय करना पड़ा था.
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इसके लिए मतदाताओं को आठ किलोमीटर की दूरी पैदल तय करना पड़ा था. क्योंकि यहां के दुर्गम रास्ते में साइकिल चलाना भी मुश्किल है. वहीं हेंसाकोचा के मतदाताओं के लिए 12 किलोमीटर, टुरु के मतदाताओं के लिए 10 किलोमीटर और रांका के मतदाताओं के लिए पांच किलोमीटर दूर पालना में मतदान केंद्र बनाया गया था. वहीं रेयाड़दा और बारसिड़ा का मतदान केंद्र गुटीउली में करीब आठ किलोमीटर दूर बनाया गया था.