Chandwa : चंदवा थाना क्षेत्र के रांची-चंदवा मुख्य सड़क के पास अवस्थित इंदिरा नर्सिंग होम संचालक पर गंभीर आरोप लगा है. आरोप है कि यहां मारपीट के शिकार लोगों का गुपचुप तरीके से इलाज किया जाता है. पुलिस को सूचना नहीं देने के एवज इलाज के नाम पर हजारों की वसूली की जाती है.
चकला पंचायत के पंडुआ निवासी आदिवासी महिला कलावती देवी के साथ उसके पति ने बेरहमी से मारपीट की. इस दौरान वह बेहोश हो गई. होश आया तो खुद को इंदिरा नर्सिंग होम के बेड पर पाया. पता चला कि उसे उसकी सास और गांववाले यहां लेकर आए. वहां रहकर उसने तीन दिन तक इलाज करवाई. मगर नर्सिंग होम संचालक ने इसकी सूचना संबंधित थाना तक को नहीं दी. इस दौरान इलाज के नाम मरीज के परिजनों से हजारों रुपये वसूले गए. उसे बिल भी नहीं दिया गया. कहा गया कि बिल का क्या करोगी.
क्या कहते हैं अस्पताल प्रबंधन
इस संबंध में अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि हमलोगों को मरीज और उसके परिजन जो बताते हैं, उसी के अनुसार उसका इलाज करते हैं. कोई बतायेगा कि उसके साथ मारपीट हुई है, तब न इसकी सूचना पुलिस को दी जाएगी. कई दफा मरीज के परिजन एक्सीडेंट की बात कहकर लेकर आते हैं. ऐसी कोई बात नहीं है. संदिग्ध मामला रहने पर हमलोग खुद ही इसकी सूचना संबंधित थाना को दे देते हैं. बिल नहीं देने के सवाल पर अस्पताल प्रबंधन ने कहा कि महिला के पास पैसे बाकी हैं, इसलिए उस वक्त बिल नहीं दिया गया.
क्या कहते हैं सिविल सर्जन दिनेश कुमार
लातेहार सिविल सर्जन दिनेश कुमार ने इस मामले में कहा कि संदिग्ध मामलों की जानकारी पुलिस को देनी चाहिए, अगर ऐसा नहीं किया जाता है तो यह गलत है. इलाज के बाद नर्सिंग होम संचालक को बिल भी देना है. महिला के द्वारा लिखित शिकायत की जाएगी, तो उस पर जांच के बाद उचित कार्रवाई की जाएगी.
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