Chatra : पुलिस अंतर्राज्यीय अफीम तस्कर गिरोह का खुलासा किया है. एसपी ऋषभ कुमार झा के निर्देश पर पुलिस की टीम ने कार्रवाई करते हुए 8.2 किलो अफीम के साथ चार तस्करों को गिरफ्तार किया है. तस्करों के पास से 4.61 लाख रुपये नकद, एक कार, दो मोबाइल एवं ब्राउन शुगर, वजन के लिए प्रयोग किया जाने वाला डिजिटल मशीन बरामद किया है.
इसे भी पढ़ें –यमन : सऊदी अरब से लौट रही नयी सरकार की कब्रगाह बना अदन एयरपोर्ट, भीषण हमले में 26 लोगों की मौत
गुप्त सूचना के आधार पर हुई गिरफ़्तारी
एसपी ऋषभ कुमार झा को मिली सूचना के आधार पर इटखोरी थाना पुलिस ने थाना क्षेत्र के नरचा नवादा गांव से 8.2 किलो अफीम के साथ एक महिला समेत इंटर स्टेट गिरोह के चार तस्करों को गिरफ्तार किया. गिरफ्तार तस्करों का तार मुंबई ड्रग गिरोह से जुड़ा है. हालांकि पुलिसिया कार्रवाई के दौरान गिरोह का मास्टरमाइंड रामू साव पुलिस को चकमा देकर भागने में सफल रहा.
इसे भी पढ़ें –IG और SP के दो-दो पद खाली, बावजूद CID ने एक साल में निष्पादित किये 75 मामले.
मुंबई ड्रग माफिया के चतरा आने की सूचना पर हुई कार्रवाई
एसपी ऋषभ झा ने बताया कि गुप्त सूचना मिली थी कि मुंबई ड्रग माफिया चतरा के कुछ तस्करों से अफीम की खरीद बिक्री के लिए चतरा पहुंचे हैं. सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी मुख्यालय केदार राम व एसडीपीओ अविनाश कुमार के संयुक्त नेतृत्व में विशेष छापेमारी टीम का गठन कर इटखोरी थाना क्षेत्र में प्राप्त लोकेशन पर छापेमारी अभियान चलाने का निर्देश दिया गया था. अभियान के दौरान ही पुलिस ने बिजली विभाग में कार्यरत सरिता देवी नामक महिला तस्कर व इंटरस्टेट गिरोह के सदस्य मुजीबुर्रहमान उर्फ मोजू मियां नामक तस्कर समेत गिरोह के चार तस्करों को गिरफ्तार किया. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार महिला तस्कर व उसके पति नरेंद्र कुमार गुप्ता के पास से चार लाख 61 हजार रुपया नकद, 2.5 किलो गिला अफीम व दो मोबाइल फोन, मोजू मियां के पास से 4.7 किलो अर्ध ठोस गिला अफीम व मारुति स्विफ्ट कार. जबकि चौथे तस्कर मोहम्मद जावेद के पास से एक किलो गिला अफीम बरामद किया गया है. एसपी ने बताया कि तस्करी में शामिल गिरोह का मास्टरमाइंड समेत अन्य फरार तस्करों की गिरफ्तारी को ले संघन छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है. अगर तस्करों की गिरफ्तारी जल्द नहीं होती है तो उनके संपत्ति को कुर्क करते हुए आगे की कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने मुंबई ब्रिज गिरोह से जुड़े तस्करों की गिरफ्तारी को ले भी अभियान चलाने की बात कही है.
इसे भी पढ़ें –झारखंड में हर दिन चार लोग हो रहे साइबर क्राइम के शिकार, जाने पिछले पांच सालों में कैसे बढ़ा ग्राफ