Ranchi : दीवाली खत्म हो गयी है और सूर्य उपासना के महापर्व छठ में महज 4 दिन शेष बचे हैं. शहर में करीब 65 छठ घाट हैं. जहां व्रती अस्ताचलगामी और उदयीमान सूर्य को अर्घ्य देंगे. लेकिन महापर्व की तैयारी और निर्देशों के बीच फिलहाल हकीकत कुछ और बयां कर रही है.
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दीपावली के बाद पूजन सामग्रियों से भरा दिखा तालाब
दीपावली खत्म होने के बाद शहर के अधिकांश तालाबों में पूजन सामग्रियों और गंदगी का ढेर है. रांची के करमटोली, रिम्स, चडरी, बड़ा तालाब, जेल तालाब और धुमसा टोली(चुटिया) के तालाब में गंदगी पसरा हुआ है. इनमें कई तालाबों में सफाई का काम शुरू नहीं हुआ है. हालांकि बड़ा तलाब में निगम की टीम सफाई व्यवस्था में जुटी हुई थी. वहीं छठ घाट तक जाने वाले रास्ते भी गंदगी से भरे हुए हैं.
इधर नगर आयुक्त मुकेश कुमार ने 8 नवंबर तक शहर के सभी छठ घाटों की साफ-सफाई का काम पूरा करने का निर्देश दिया है. बावजूद इसके 4 दिन बाद छठ है और अब तक घाटों की सफाई का काम पूरा नहीं हो पाया है. जबकि सफाई के लिए जोन के हिसाब से मैनेजर और अभियान प्रबंधक की भी प्रतिनियुक्ति की गई है.
विड हार्वेस्टिंग मशीन से जगन्नाथपुर तालाब में हो रही है सफाई
छठ महापर्व को लेकर जगन्नाथपुर तालाब में सफाई के लिए विड हार्वेस्टर मशीन लगाया गया है. इस मशीन के सहारे जलकुंभी को बाहर निकाला जा रहा है. चार दिन के बाद छठ है और मशीन के सहारे पूरे शहर के घाटों की सफाई कर पाना संभव नहीं है.
एसडीओ-सिटी एसपी और छठ पूजा समिति के सदस्यों ने लिया जायजा
वहीं छठ पूजा की तैयारी और सुरक्षा के दृष्टिकोण से रांची एसडीओ और सिटी एसपी ने डैम और तालाबों का जायजा लिया. मॉनसून में हुई बारिश के बाद इस बार डैम और तालाब में लबालब पानी भरा हुआ है. शहर के धुर्वा डैम का जलस्तर 37 फीट 10 इंच है. ऐसे में अधिकारियों ने निरीक्षण के बाद डैम के जलस्तर को खतरनाक बताया. कहा कि इसके आंकलन के बाद ही प्रशासन के द्वारा छठ पूजा की इजाजत दी जाएगी.
हालांकि इस पर एक्सपोर्ट से राय लिया जाएगा जिसके बाद फैसला होगा की व्रती अर्घ्य दे पाएंगे या नहीं. साथ ही जिस डैम या तालाब में पानी का स्तर ज्यादा है, वहां एनडीआरएफ की टीम तैनात रहेगी.
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