Ranchi : मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दिल्ली में निवेशकों की बैठक बुलायी. कार्यक्रम का आयोजन 27 और 28 अगस्त किया गया. इस दौरान मुख्यमंत्री ने राज्य की औद्योगिक नीति भी लांच की. फेडरेशन ऑफ झारखंड चैंबर ऑफ काॅमर्स एडं इंडस्ट्रीज ने इस पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की. चैंबर ने ट्वीट करते हुए लिखा कि झारखंड के औद्योगिक विकास के लिए दिल्ली में इंवेस्टर्स मीट का आयोजन किया गया. ये स्वागत योग्य है. उचित होता, अगर निवेशकों को आमंत्रण के साथ ही उद्योग विभाग राज्य की वर्तमान समस्याओं के समाधान में भी रुचि दिखाता और स्थानीय संगठनों को इसमें सहभागी बनाया जाता. राज्य के उद्यमियों की समस्याएं नजरअंदाज करना चितंनीय है. बता दें कि कुछ महीनों पहले भी नयी औद्योगिक नीति के लिए दिल्ली में समिट का आयोजन किया गया था. जहां, चैंबर को आमंत्रण नहीं दिया गया. चैंबर ने आपत्ति दर्ज की है. इसके बाद, विभाग की ओर से राज्य में मीट का आयोजन किया.
झा.के औद्योगिक विकास हेतु दिल्ली में इन्वेस्टर्स समिट स्वागतयोग्य है|उचित होता निवेशकों को आमंत्रण के साथ ही उद्योगविभाग द्वारा वर्तमान समस्याओं के समाधान मेंभी रुचि दिखाई जाती व स्थानीय संगठनों को सहभागी बनाया जाता।उद्यमियों की समस्याएं नजरअंदाज करना चिंतनीय हैं@HemantSorenJMM pic.twitter.com/CND2dD2Gsl
— FJCCI (@FJCCI) August 27, 2021
58 इंवेस्टर्स हो रहे शामिल
इंवेस्टर्स समिट के दौरान राज्य की अलग-अलग पाॅलिसी की जानकारी निवेशकों को दी जायेगी. इसमें ई-व्हेकिल, एथनाॅल पाॅलिसी, इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग कलस्टर आदि पाॅलिसी की जानकारी दी जायेगी. इस मीट में 58 इंवेस्टर्स को बुलाया गया. इसमें से अधिकतर अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर के हैं. प्रमुख रूप से टाटा समूह, मारूति सुजुकी, डालमिया सीमेंट, होंडा कॉर्प्स, हुंडई मोटर्स, सेल, एनटीपीसी समेत अन्य निवेशकों से वन टू वन बात 27 अगस्त को हुई. दो दिवसीय कार्यक्रम के लिए विभाग ने शेड्यूल तैयार किया है. इसके तहत शुक्रवार को औद्योगिक पाॅलिसी लांच की गयी.
एक लाख करोड़ निवेश की योजना
इस समिट के जरिये राज्य सरकार निवेश बढ़ाना चाहती है. एक आकलन के मुताबिक इन औद्योगिक घरानों से करार होने पर राज्य में एक लाख करोड़ निवेश की संभावना है. वहीं पांच लाख रोजगार सृजन का लक्ष्य है.