Lucknow : कर्नाटक हिजाब विवाद की यूपी में इंट्री हो गयी है. इस मामले में देश के सभी बड़े नेताओं ने बयान दिये है. प्रियंका गांधी भी इस मामले में बयान दे चुकी है. आज यूपी के मुख्यमंत्री सीएम योगी ने भी हिजाब विवाद पर अपनी टिप्पणी की दी है, योगी ने साफ कहा कि देश शरिया से नहीं संविधान से चलता आया है और उसी से चलेगा. बता दें कि हिजाब मामले ने देश की सियासत को एक नया मुद्दा मिल गया है. सीएम योगी ने हिजाब विवाद को लेकर पहली बार बयान दिया है.
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हर संस्था को अपना ड्रेस कोड तैयार करने का अधिकार
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि देश की व्यवस्था संविधान से चलेगी शरियत से नहीं .हम सब ने स्कूल और कॉलेज में पढ़ाई की है, वहां के नियमों को पालन भी किया है. हम सभी ने आज तक यही देखा और जाना है कि हर संस्था को अपना ड्रेस कोड तैयार करने का अधिकार होता है और छात्र-छात्राओं को उसे फॉलो करना होता है.ऐसे में इस मामले का इतना बढ़ना संविधान के खिलाफ है. सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि संविधान के अनुरूप ही व्यवस्था चलेगी.
योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर तंज कसते हुए कि पहले फेज के बाद विपक्ष का चेहरा मुरझा गया है.गर्मी शांत करने वाले अपने बयान पर सीएम योगी ने कहा कि जो लोग कैराना के पलायन के लिए, दंगों के लिए जिम्मेदार थे, वो चुनाव की घोषणा के बाद बिलों से बाहर निकल आये थे.
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हिजाब विवाद कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुआ
हिजाब विवाद की बात करें तो यह विवाद कर्नाटक के उडुपी से शुरू हुआ था. यहां के स्टूडेंट्स ने हिजाब पहने हुई छात्राओं की क्लास में एंट्री को लेकर विरोध किया था. साथ ही हिजाब के विरोध में कुछ स्टूडेंट भगवा गमछा पहनकर कॉलेज आने लगे. फिर उडुपी के कई स्कूल-कॉलेजों में यह शुरू हो गया. दूसरी ओर मुस्लिम छात्राएं हिजाब को अपने इस्लाम धर्म का हिस्सा बता रही हैं और कह रही हैं कि हमें संविधान अपना-अपना धर्म पालन करने की इजाजत देता है, और ये हमारा मौलिक अधिकार भी है.