Ranchi : ग्रामीण विकास सचिव प्रशांत कुमार ने मंगलवार को विभाग के अनुसमर्थन मिशन दल के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक की. कहा कि राज्य भर में ग्रामीण विकास विभाग की योजनाओं को धरातल पर उतारने में उपायुक्तों एवं विकास आयुक्तों का अहम रोल है. लोगों को इन योजनाओं का लाभ कैसे मिले, इसमें आपको पूरी जिम्मेदारी के साथ कार्य करना होगा. राज्य के विकास को गति देने के साथ सरकार की योजनाओं को उन लोगों तक पहुंचाएं, जिनके लिए इन योजनाओं को बनाया गया है. मिशन दल के सभी सदस्य क्षेत्र का भ्रमण कर विभिन्न योजनाओं के क्रियान्वयन और उसकी गति का नियमित निरीक्षण करें. उन्होंने इसके लिए दिशा – निर्देश जारी किया.
सरकार और ग्रामीणों के बीच संवाद का मॉडल बनाएं
दिशा-निर्देश में कहा गया है कि सरकार और ग्रामीणों के बीच संवाद का मॉडल बनाएं. सचिव ने कहा कि कुछ क्षेत्रों में विभिन्न जिलों ने अच्छी उपलब्धि हासिल की है, तो इसमें कई जिले पीछे भी हैं. ऐसे में जहां विकास की गति धीमी है, उसे तेज करने के लिए सभी ठोस कदम उठाये जाने चाहिए. सचिव ने कहा कि जिलों के सामने कई चुनौतियां होती हैं. उन्हें समय और परिस्थितियों के अनुकूल तत्काल निर्णय भी लेने होते हैं. ऐसे में आप अपने निर्णय को इस तरह लें कि उसका लाभ ज्यादा से ज्यादा राज्य वासियों को हो सके.
योजनाओं को सफल बनाना हमारी प्राथमिकता

समीक्षा बैठक में सचिव ने संबंधित पदाधिकारियों से कहा कि मनरेगा के तहत सभी कार्यों को ससमय पूर्ण कराया जाना चाहिए. मनरेगा के तहत संचालित कल्याणकारी योजनाओं को सफल बनाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए. योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से आमजनों के जीवन में अपेक्षित सुधार किया जा सकेगा. बैठक में मनरेगा आयुक्त राजेश्वरी बी, विशेष सचिव, ग्रामीण विकास विभाग राम कुमार सिन्हा, संयुक्त सचिव शैल प्रभा कुजूर, संयुक्त सचिव अरुण कुमार सिंह, उप सचिव प्रमोद कुमार, अवर सचिव चंद्रभूषण, अवर सचिव अरुण कुमार सिन्हा सहित अन्य पदाधिकारी उपस्थित थे.

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