NewDelhi : विदेश मंत्री एस जयशंकर द्वारा ANI को दिये गये हालिया इंटरव्यू को लेकर कांग्रेस ने उन पर हल्ला बोला है. बता दें कि जयशंकर ने अपने इंटरव्यू में कांग्रेस शासन की जम कर आलोचना की थी. विदेश मंत्री जयशंकर के आरोपों से आहत कांग्रेस ने पलटवार किया है. कांग्रेस प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विदेश मंत्री एस जयशंकर पर करारा हमला बोला है.
EAM in an interview yesterday said, “We are the smaller economy & they (China) are the bigger economy and we cannot go and we pick up a fight with them.” What does he mean? This is the most blasphemous statement by an EAM: Supriya Shrinate, Congress pic.twitter.com/JOYUfqmYDA
— ANI (@ANI) February 22, 2023
श्रीनेत ने साफ कहा कि जयशंकर सबसे असफल विदेश मंत्री हैं. जान लें कि जयशंकर ने न्यूज एजेंसी एएनआई के साथ बातचीत के क्रम में कहा था कि 1962 में कांग्रेस शासनकाल के समय में ही चीन ने भारतीय जमीन पर कब्जा किया था, लेकिन कांग्रेस के नेता मोदी सरकार पर सीमा सुरक्षा को लेकर गंभीर न रहने का आरोप लगा रहे हैं.
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हम एक छोटी अर्थव्यवस्था हैं और चीन एक बड़ी अर्थव्यवस्था
सुप्रिया ने कहा कि विदेश मंत्री ने एक इंटरव्यू में कहा कि हम एक छोटी अर्थव्यवस्था हैं और चीन एक बड़ी अर्थव्यवस्था है. हम उनसे लड़ाई मोल नहीं ले सकते…उनके कहने का मतलब क्या है? यह किसी भी विदेश मंत्री का चीन पर सबसे विवादित बयान है. विदेश मंत्री का यह बयान देश के सैनिकों का हौसला तोड़ने वाला बयान है. पूर्व कांग्रेस नेता संजय झा ने भी विदेश मंत्री के बयान पर तंज कसते हुए कहा कि विदेश मंत्री, जितना बोलते हैं, वह विदेश मंत्री कम आरएसएस के प्रचारक ज्यादा लगते हैं.
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इंदिरा गांधी की सरकार में उन्हें पद से हटा दिया गया था
इंटरव्यू पर नजर डालें तो एस जयशंकर ने कांग्रेस द्वारा सरकार की चीन नीति पर सवाल उठाने पर कहा था कि वह चीन में सबसे लंबे समय तक राजदूत रहे और लंबे समय से सीमा विवाद को डील कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि अगर राहुल गांधी को चीन मुद्दे पर ज्यादा समझ है तो वह उनकी बात सुनने के लिए तैयार हैं. जयशंकर ने कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाये कि जब उनके पिता रक्षा उत्पादन विभाग के सचिव थे तो इंदिरा गांधी की सरकार में उन्हें पद से हटा दिया गया था. साथ ही जयशंकर ने राजीव गांधी की सरकार में उनके पिता के जूनियर को पहले प्रमोट करने का आरोप लगाया था.