Chandigarh : पंजाब में कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद प्रदेश के नये मुख्यमंत्री के तौर पर सुनील जाखड़ का नाम सबसे ऊपर चल रहा है, लेकिन जाखड़ को लेकर विधायक दल के सभी नेता एकमत नजर नहीं आ रहे हैं. यही कारण है आज एक बार फिर विधायक दल की बैठक बुलाई गयी है. इस बैठक में विधायकों के साथ हाईकमान द्वारा भेजे गये तीनों पर्यवेक्षक मौजूद रहेंगे.
सिद्धू कुछ नहीं संभाल सकता है
उधर पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर कैप्टन ने कहा है कि सिद्धू कुछ नहीं संभाल सकता है, मैं उसे अच्छी तरह से जानता हूं. सिद्धू कोई चमत्कार नहीं करने वाले, वह पंजाब के लिए डिजास्टर होने जा रहे हैं. हालांकि ये कांग्रेस पार्टी का फैसला है जो मर्जी वो करें, उनको पीसीसी का प्रेसिडेंट बनाना है तो बनायें, लेकिन अगर इसे पंजाब के मुख्यमंत्री का फेस बनाते हैं तो मैं इसका विरोध करूंगा क्योंकि ये नैशनल सिक्यॉरिटी का मसला है और मैं जानता हूं कि पाकिस्तान के साथ नवजोत सिंह सिद्धू के कैसे संबंध हैं,
हिंदू को विधायक दल का नेता बनाये जाने पर आपत्ति
खबर है कि पार्टी नेता सुखजिंदर सिंह रंधावा ने किसी हिंदू को विधायक दल का नेता बनाये जाने पर आपत्ति दर्ज करा दी है. रंधावा का कहना है कि पंजाब का सीएम किसी जाट-सिख को बनाया जाना चाहिए. सूत्रों के अनुसार रंधावा की मांग को देखते हुए ही हाईकमान द्वारा आज विधायक दल की बैठक बुलाई है. इस बैठक में ही विधायक दल के नेता के नाम पर मुहर लगाई जायेगी.
बता दें कि जाखड़ पंजाब कांग्रेस के अध्यक्ष रह चुके हैं. 2012 से 2017 तक पंजाब विधानसभा में नेता विपक्ष रहे. लोकसभा उपचुनाव 2017 में गुरदासपुर से सांसद बने. अबोहर विधानसभा सीट से तीन बार विधायक चुने गये. वे पूर्व लोकसभा स्पीकर बलराम जाखड़ के बेटे हैं. उनकी गिनती पंजाब कांग्रेस के बड़े नेताओं में होती है. अभी तक के घटनाक्रम को देखते हुए पंजाब के नये सीएम पर फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी पर छोड़ दिया गया है.
नया मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार पार्टी हाईकमान को
कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) की शनिवार शाम हुई बैठक में ये तय किया गया कि पंजाब के नये सीएम का फैसला पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी करें. बता दें कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद विधायक दल की बैठक बुलाई गयी थी लेकिन उसमें खुद कैप्टन नहीं पहुंचे थे. हालांकि इस बैठक में कैप्टन के समर्थक सभी विधायक मौजूद थे.
शनिवार शाम हुई विधायक दल की बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत ने कहा, विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से दो प्रस्ताव पारित किये गये हैं. एक प्रस्ताव पारित कर विधायकों ने कैप्टन अमरिंदर सिंह को धन्यवाद दिया और पार्टी के प्रति उनके योगदान की सराहना की. वहीं दूसरा प्रस्ताव पारित कर पंजाब का नया मुख्यमंत्री चुनने का अधिकार पार्टी हाईकमान को दिया गया.