Ranchi: सरकार गिराने की साजिश करने में संलिप्त आरोपियों के पास से बरामद मोबाइल और अन्य डिवाइस की फोरेंसिक जांच होगी. रांची पुलिस ने इसके लिए अदालत से इजाजत मांगी है और रांची सिविल कोर्ट से इसकी अनुमति भी मिल गयी है. पुख्ता जानकारी के मुताबिक फोरेंसिक जांच के लिए अहमदाबाद और कोलकाता स्थित लैब में उक्त केस से जुड़े डिवाइस ले जाए गए हैं. उम्मीद की जा रही है कि फोरेंसिक जांच से इस केस से जुड़े कई राज से पर्दा हटेगा.
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पुलिस टीम ने बड़े होटलों में छापेमारी की थी
बता दें कि सरकार के खिलाफ साजिश रचने की जानकारी के बाद बड़े होटलों में स्पेशल ब्रांच की टीम द्वारा छापेमारी की गयी थी, जहां से तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज हुई है. रांची के कोतवाली थाना में अभिषेक दुबे, अमित सिंह और निवारण प्रसाद महतो के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी. आईपीसी की धारा 419,420 124a,120 b, 34 और PR एक्ट की धारा 171 के साथ पीसी एक्ट की धारा 8/9 के तहत प्राथमिकी दर्ज की गयी है. आरोपों के मुताबिक झारखंड की मौजूदा हेमंत सोरेन की सरकार के खिलाफ कुछ लोग काम कर रहे थे. सूचना के बाद पुलिस टीम ने बड़े होटलों में छापेमारी की थी. इसके बाद 3 लोगों को हिरासत में लिया गया था. तीनों आरोपी 24 जुलाई से न्यायिक हिरासत में है. राज्य की मौजदा सरकार के खिलाफ साजिश करने का आरोप अमित सिंह, अभिषेक दुबे और निवारण प्रसाद महतो पर लगा है. एसीबी कोर्ट द्वारा तीनों आरोपियों को जमानत देने से इंकार किया जा चुका है.
नोट: राज्यसभा चुनाव हॉर्स ट्रेडिंग से जुड़ी खबर भूलवश प्रकाशित हुई थी