Bokaro: जिले में क्रांतिकारी इस्पात मजदूर संघ के कार्यालय को लेकर दो संगठन आमने-सामने आ गये. लिहाजा विधि व्यवस्था को बनाए रखने के लिए पुलिस को मामले में हस्तक्षेप करना पड़ा. दरअसल बोकारो के हरला थाना क्षेत्र के सेक्टर 9 स्थित कीम्स के कार्यालय को लेकर विवाद हुआ है. जिसमें मजदूर संगठन के नेता राजेंद्र सिंह और मजदूर नेता संग्राम सिंह के बीच में विवाद छिड़ा है. आपको बता दें कि संग्राम सिंह पूर्व मंत्री सह बोकारो के पूर्व विधायक समरेश सिंह के पुत्र हैं. जिसको लेकर चास एसडीओ के न्यायालय में भी कार्यालय की दावेदारी को लेकर दोनों पक्षों की ओर से आरोप प्रत्यारोप लगाया जा रहा है. ऐसे में सूचना मिली कि दोनों ऑफिस की दावेदारी को लेकर आज कार्यालय में अपने समर्थकों के साथ जुट सकते हैं. जिसकी सूचना जिले के अधिकारी को मिलते ही मौके पर हरला थाना पुलिस और चास वीडियो सह मैजिस्ट्रेट संजय शांडिल्य पहुंच कर ऑफिस में ताला जड़ दिया और ऑफिस को पूरी तरह से सील कर दिया.
देखिए वीडियो-
परिस्थितियों को देखते हुए कार्यालय सील
आपको बता दें कि यह कार्यालय बोकारो के सेक्टर 9 हरला थाना क्षेत्र में स्थित है. जो बीएसएल का मकान और जमीन है. बीएसएल यहां के मजदूर संगठनों को कार्यालय खोलने के लिए मकान आवंटित करता है. लेकिन अभी बोकारो में मजदूर संगठनों की दावेदारी को लेकर हंगामा मचा है. राजेंद्र सिंह के मुताबिक इस आवास का आवंटन राजेंद्र के नाम पर है लेकिन उसपर संग्राम सिंह दावेदारी पेश कर रहे है।ऐसी स्थिति में आज संग्राम सिंह दल बल के साथ कार्यालय पहुंचे जहां उन्होंने गेट तोड़कर जबरन घुसने की कोशिश की।इसके बाद संग्राम सिंह ने मुख्य गेट पर ताला जड़ दिया।किम्स नेता राजेंद्र सिंह ने कहा कि न्यायालय ने भी मेरे पक्ष मे निर्णय दिया है. चास के मजिस्ट्रेट संजय शांडिल्य ने कहा कि चास एसडीओ के यहां मामला चल रहा है. ऐसे में कोरोना और विधि व्यवस्था को देखते हुए इस कार्यालय को भी सील कर दिया गया है.
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