New Delhi : देश के पांच राज्यों में चुनावी तारीखों का एलान हो गया है. उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में चुनाव होंगे. ऐसे में सवाल उठ रहा था कि जो लोग कोरोना से संक्रमित हैं, वो इस बार किस तरह वोट डाल सकेंगे. इस सवाल का जवाब चुनाव आयोग ने दिया है. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि कोविड पॉजिटिव लोगों के लिए बैलट पेपर वोटिंग की सहूलियत होगी. यानी संक्रमित मरीज बैलेट पेपर के जरिए अपना वोट डाल पायेंगे. आयोग ने कोविड मरीज़ों के अलावा 80 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों, दिव्यांगजनों को भी पोस्टल बैलेट के जरिए मतदान की सुविधा दी है.
चुनाव से जुड़े लोगों को लगायी जायेगी प्रीकॉशनरी डोज (बूस्टर)
चुनाव आयोग ने बताया कि चुनाव के काम में लगे सभी अधिकारी और कर्मचारी को फ्रंटलाइन वर्कर माना जायेगा. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के सभी कर्मचारियों और अधिकारियों को कोरोना वायरस की प्रीकॉशनरी डोज यानी बूस्टर डोज लगायी जायेगी. मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने सुरक्षित तरीके से चुनाव कराने की बात कही. उन्होंने इस दौरान एक शेर पर पढ़ा, “यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है, हवा की ओट लेकर चिराग जलता है.”
15 जनवरी तक रैली, रोड शो, पदयात्रा और साइकिल रैली पर प्रतिबंध
चुनाव आयुक्त ने कहा कि कोरोना महामारी को देखते हुए हमने यह फैसला किया है कि 15 जनवरी तक सभी फिजिकल मीटिंग, रोड शो, पदयात्रा और साइकिल रैली पर प्रतिबंध होगा. अगर स्थिति बदली तो उसके बाद स्थिति अनुसार निर्णय किया जायेगा.
मतदान का समय एक घंटे बढ़ाया गया
कोरोना महामारी को देखते हुए मतदान का समय एक घंटे बढ़ा दिया गया है, ताकि भीड़ ना हो. सुशील चंद्रा ने बताया कि चुनाव के दौरान ड्यूटी पर रहने वाले सभी कर्मियों को वैक्सीन की दोनों डोज लगी होगी. साथ ही हर पोलिंग बूथ को पूरी तरह सैनेटाइज किया जायेगा. मास्क पहनना सबके लिए जरूरी होगा. कोरोना नियमों के साथ चुनाव होगा, जो सुरक्षित होगा क्योंकि यकीन हो तो कोई रास्ता निकलता है दीवार की ओट लेकर दीया जलता है.
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चुनाव नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई होगी
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि चुनाव नियमों के उल्लंघन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी. सभी मतदान केंद्रों पर ईवीएम और वीवीपैट का इस्तेमाल किया जाएगा. चुनाव के सुचारू संचालन के लिए पर्याप्त संख्या में ईवीएम और वीवीपैट का इंतजाम आयोग ने कर लिया है.
उम्मीदवारों को अपना आपराधिक रिकाॅर्ड मतदाताओं को बताना होगा
मुख्य चुनाव आयुक्त ने घोषणा की सभी उम्मीदवारों को अगर उनपर कोई आपराधिक केस दर्ज है, तो उसकी जानकारी अपने मतदातओं को देनी होगी. पार्टियां भी अपने ऐसे उम्मीदवारों की जानकारी अपने वेबसाइट पर अपलोड करेगी. चुनाव आयोग ने जानकारी दी इस चुनाव में 18.34 करोड़ कुल मतदाता भाग लेंगे, जिनमें से 8.55 करोड़ वोटर्स महिलाएं हैं.
कोरोना काल में चुनाव कराना चुनौती
मुख्य चुनाव आयुक्त सुशील चंद्रा ने बताया कि 2017 के चुनाव के मुकाबले इस बार के चुनाव में 16 प्रतिशत ज्यादा पोलिंग स्टेशन बनाये जायेंगे. मुख्य आयुक्त चुनाव आयोग सुशील चंद्रा ने कहा कि चुनाव को सुरक्षा मानकों के साथ पूरा कराना हमारी जिम्मेदारी है, इसके लिए हम लगातार चुनावी राज्यों पर नजर रखे हुए हैं. वहां की स्थिति की समीक्षा कर रहे हैं.