Koderma : उपायुक्त आदित्य रंजन के दिशा-निर्देशानुसार पर अनुमंडल पदाधिकारी के नेतृत्व में जिले में 15 से 18 वर्ष के किशोरों को कोरोना टीकाकरण से अच्छादित करने को लेकर महाभियान चलाया जा रहा था, जो अब शतप्रतिशत पूर्ण हो चुका है और इसी के साथ झारखंड राज्य का 15 से 18 वर्ष के टीकाकरण में कोडरमा पहला जिला बना. आज इस क्रम में लगभग 2500 बच्चों को कोरोना की पहली डोज दी गयी. साथ ही उन्हें वैक्सीन के फायदों की भी जानकारी दी गयी. ताकि वे अन्य लोगों को भी वैक्सीन के प्रति जागरूक कर सके. विदित हो कि जो बच्चे बाहर रह गए हैं, जब भी वे लौट कर आते हैं तब उनका टीकाकरण निरंतर रूप से चलता रहेगा.
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सभी के सामूहिक प्रयास से मिली सफलता
शत-प्रतिशत बच्चों का टीकाकरण होने के पश्चात अनुमंडल पदाधिकारी ने कहा कि यह सभी के सामूहिक प्रयास से जिले में शत-प्रतिशत टीकाकरण संभव हो पाया है, लेकिन हमें फिर भी कोरोना अनुरुप व्यवहारों का अनुपालन करना है. साथ ही 18 वर्ष के टीकाकरण में छूटे हुए लोगों को जागरूक करते हुए उनका भी शत-प्रतिशत टीकाकरण करवाना है. इसके अतिरिक्त जो बच्चे अभी बाहर रह गए हैं, जब भी वह लौट कर आते हैं तब उनका टीकाकरण निरंतर रूप से चलता रहेगा. इसके अतिरिक्त अनुमंडल पदाधिकारी ने इस टिकाकरण महाभियान को सफल बनाने के लिये सभी का धन्यवाद किया. उन्होंने सर्वप्रथम जिलेवासियों को धन्यवाद किया, जिन्होंने बढ़-चढ़कर इस अभियान में अपना योगदान दिया और टीका लगवाया. साथ ही उन्होंने पूरी जिला प्रशासन की टीम, पीएमयू टीम, स्वास्थ्य विभाग की टीम, स्कूल व कॉलेजों के प्रिंसिपल,टीचर्स व अन्य सम्बंधित कर्मियों को धन्यवाद किया, जिन्होंने खराब मौसम, बारिश और कोहरे में भी उत्साह दिखाया और शत-प्रतिशत लोगों के टीकाकरण में अपना अहम योगदान दिया. कोडरमा अब अपने ऐतिहासिक टीकाकरण के लिए राज्य में ही नहीं बल्कि देश में भी जाना जाएगा. हमारा लक्ष्य कभी भी शत-प्रतिशत टीकाकरण का नहीं था बल्कि अपने जिले व बच्चों को कोविड-19 के विरुद्ध सुरक्षित करना था.