धनबाद : नगर निगम, शहरी क्षेत्र की मलिन बस्तियों को चिन्हित कर जन सुविधाएं उपलब्ध कराने की तैयारी में जुट गया है. पिछले 10 वर्षों में मलिन बस्तियों की संख्या कितनी बढ़ी है, पहले से चिन्हित बस्तियों में क्या क्या बदलाव आया है, यह जानकारी जुटाने के लिये निगम की टीम अलग अलग वार्ड का सर्वे कर रही है. इसके बाद निगम, केंद्र और राज्य सरकार से फंड लेकर इन बस्तियों में मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराने का काम करेगा. इस सर्वे की जिम्मेवारी राष्ट्रीय जनगणना निदेशालय के निदेशक ने दी है. इस कार्य के लिये नगर आयुक्त सतेन्द्र कुमार ने चार चार्ज पदाधिकारी नियुक्त किए हैं. सर्वे के बाद निगम, 5 से 6 पेज का फॉर्म भरकर निदेशालय भेजेगा. चार्ज पदाधिकारी मो. अनीस ने बताया कि सर्वे में पानी, बिजली, सड़क और ड्रेनेज जैसी बुनियादी सुविधाओं का आंकड़ा जुटाया जा रहा है. जिन बस्तियों की आबादी 300 से 500 के बीच है, उन्हें मलिन बस्ती घोषित किया जाएगा. ऐसे किसी क्षेत्र की आबादी यदि 1000 के करीब है, तो उसे दो मलिन बस्ती में बांटा जाएगा. हर 10 साल के बाद यह सर्वे किया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध कराना तथा उन्हें मुख्य धारा से जोड़ना है.
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