Hazaribagh: सीपीआईएम की जिला कमेटी की बैठक गुरुवार को पार्टी कार्यालय कर्मवीर भवन में हुई. इसकी अध्यक्षता कामरेड विपिन कुमार सिन्हा ने की. बैठक में बतौर पर्यवेक्षक राज्य कमेटी सदस्य असीम सरकार ने भाग लिया. पर्यवेक्षक ने कहा कि 1932 के खतियान पर राज्य सरकार द्वारा लिया गया फैसला स्वागत योग्य है, लेकिन सरकार ने इसके लिए जरूरी होमवर्क नहीं किया है.
पर्यवेक्षक ने कहा कि वर्ष 2002 में उच्च न्यायालय ने इसके खिलाफ फैसला दिया था, लेकिन उस फैसले के खिलाफ झारखंड का ना ही कोई राजनीतिक दल और ना ही सामाजिक संगठन ने सर्वोच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया. इसलिए अभी भी इसमें बहुत सारा काम राज्य सरकार को करना बाकी है. जब तक राज्य सरकार पूरा काम नहीं करती है इसका लाभ झारखंड की आम जनता को नहीं मिलेगा. बैठक में जिला सचिव ईश्वर महतो ने अपनी रिपोर्ट पेश की, जिस पर जिला कमेटी के साथियों ने बहस कर रिपोर्ट को पारित किया. इस बैठक में सीपीएम नेता गणेश कुमार सीटू, लक्ष्मी नारायण सिंह, तपेश्वर राम, सुरेश कुमार दास, विजय मिश्रा, किरण देवी और अंजू देवी ने भाग लिया.
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इस बैठक में जिले की समस्याओं पर चर्चा करते हुए यह फैसला लिया गया है कि जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था की चरमराई स्थिति को ठीक करने के लिए व जिले के विभिन्न अंचलों में लंबित दाखिल खारिज, एलपीसी, रसीद काटने एवं ऑनलाइन में जमीन की गड़बड़ी, बंदोबस्त कार्यालय में मची लूट, शिक्षा विभाग में छात्रों के पोशाक देने में विलंब एवं बर्तन खरीद मामले में घोटाले के सवालों को लेकर जिला कमेटी दुर्गा पूजा के बाद व्यापक आंदोलन छेड़ेगी. सीआईटीयू का जिला सम्मेलन इसी माह गिद्दी ए में करने का निर्णय लिया गया और 20 सितंबर को रांची रैली में अधिक से अधिक लोगों को लामबंद करने का फैसला लिया गया.
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