Ranchi : हेमंत सरकार के एक साल पूरे होने पर भाजपा ने सरकार को लगातार घेरने की रणनीति बनायी है. इसी क्रम में पूर्व मंत्री और रांची के विधायक सीपी सिंह ने हेमंत सरकार पर एक साल में सिर्फ चार चीजों को बढ़ाने का इल्जाम लगाया है और ये चार चीजें हैं. बलात्कार, व्याभिचार, अत्याचार और भ्रष्टाचार .
सरकार के नारों पर कसा तंज
सीपी सिंह ने सरकार के नारों पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार का नारा है ‘अबुआ राज का साल एक, सरकार ने किए कार्य अनेक‘ लेकिन हकीकत है ‘अबुआ राज का साल एक लेकिन नहीं हुआ कार्य एक’. दूसरे नारे ‘मजबूत नेतृत्व संवेदनशील सरकार’ को ‘मजबूर नेतृत्व संवेदनहीन सरकार’ बताया तो ‘संघर्ष के हुए हैं एक वर्ष, पूरे किए सारे खर्च’ को ‘मस्ती के हुए हैं एक वर्ष नहीं पूरा किया एक भी खर्च ‘बताते हुए कहा कि एक साल में सरकार ने सिर्फ लफ्फाजी की है और जनता की उम्मीदों पर पानी फेरा है.
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शहरी विकास के नाम पर जीरो
पूर्व नगर विकास मंत्री सीपी सिंह ने कहा कि इस विभाग के मंत्री रहते हुए उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किए जिसमें कई शहरों में वेंडर मार्केट, ट्रांसपोर्ट नगर, रांची में हज हाउस, एलइडी बल्ब लगाना जिसमें सिर्फ राजधानी रांची में ही 40 हजार से ज्यादा एलईडी बल्ब लगे. शहरी इलाके के विकास के लिए बजट में अलग से राशि रखी गयी थी और लगभग 95 प्रतिशत राशि खर्च भी की गयी थी हेमंत सरकार में लेकिन पिछले एक साल में शहरी विकास के नाम पर सरकार के पास जीरो उपलब्धि है जबकि ये विभाग खुद मुख्यमंत्री के पास है. झारखंड की शहरी आबादी एक तिहाई से भी ज्यादा है और जीडीपी में शहरी क्षेत्र का योगदान अच्छा खासा होता है. ये सरकार पूरे साल सिर्फ पैसा नहीं होने का रोना रोती रही है. राज्य के नगर निगम, नगर परिषद् और नगर पंचायत पैसा मांगते रह गए लेकिन सरकार ने उन्हे पैसा नहीं दिया. धनबाद में वर्ल्ड बैंक के सहयोग से होने वाले सड़क निर्माण के कार्य को सात महीने तक रोक के रखा गया.
महागठबंधन पर भी साधा निशाना
सीपी सिंह ने कहा कि इसके लिए सिर्फ जेएमएम ही दोषी नहीं है बल्कि कांग्रेस और आरजेडी भी बराबर की जिम्मेदार हैं. महागठबंधन को ‘महाठगबंधन’ बताते हुए सीपी सिंह ने कहा कि पूरे राज्य में चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव की तस्वीर लगी है जो लालू ये कहते थे कि झारखंड का निर्माण मेरी ‘लाश’ पर होगा उन्हें ही झारखंड का ‘मसीहा’ बनाने की कोशिश की जा रही है. महागठबंधन ने बेरोजगारी भत्ता, 5 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी लेकिन अब इसका कहीं जिक्र नहीं होता. सीपी सिंह ने कहा कि झारखंड की जनता पिछले एक साल में अपने को ठगा महसूस कर रही है.
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