Giridih : सीआरपीएफ के आईजी झारखंड डॉ महेश्वर दयाल जिले के मधुबन थाना क्षेत्र स्थित निमियाघाट स्थित सीआरपीएफ की 154वीं बटालियन कैंप पहुंचे. इस दौरान उन्होंने कैंप के अधिकारियों के साथ बैठक की और नक्सल अभियान को और तेज करने का निर्देश दिया. साथ ही जवानों से मुलाकात की और उनका हौसला बढ़ाया. जवानों को नक्सलियों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियानों तेजी लाने का मंत्र भी दिया. उनके कैंप पहुंचने पर सीआरपीएफ के कई अधिकारियों ने उनका स्वागत किया.
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दो दिन पूर्व गोमिया में हुई थी मुठभेड़
बता दें कि दो दिन पूर्व लुग्गु पहाड़ के तलहट्टी स्थित टूटी झरना में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा-माओवादी के हथियारबंद दस्ते के बीच मुठभेड़ हुई थी. इसमें निमियाघाट सीआरपीएफ 154वीं बटालियन के दो जवान हेड कांस्टेबल सतेंद्र सिंह और हवलदार विष्णु सिंह को गोली लगी थी, जो फिलहाल रांची के मेडिका हॉस्पिटल में इलाजरत हैं. मुठभेड़ स्थल से एक रायफल, 15 गोली, एक मैगजीन और अन्य सामानों को भी बरामद किया गया है. इसी घटना को देखते हुए जवानों में हौसलाअफजाई के लिए भी वे शनिवार को निमियाघाट पहुंचे थे. लुग्गु का उत्तर इलाका नक्सली कॉरिडोर के रूप में जाना जाता है. इसके उतरी इलाके में पिंडरा, टूटी झरना, कारी पानी, लालगढ़, चोरपनिया और डाकासाड़म में नक्सली हलचल की खबरें आती रहती हैं.
सीआरपीएफ आईजी ने मीडिया से बनाए रखी दूरी
बता दें कि आईजी महेश्वर दयाल हेलीकॉप्टर से डुमरी के झारखंड कॉलेज के मैदान में उतरे और इसके बाद वे निमियाघाट सीआरपीएफ कैंप पहुंचे. हालांकि इस दौरान उन्होंने मीडिया से दूरी बनाए रखी और कुछ भी बोलने से परहेज करते दिखे. कैंप में वे हमेशा सीआरपीएफ के अधिकारियों और जवानों के साथ ही रहे. नक्सल अभियान को लेकर रणनीति भी बनाई गई.
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