Saurav Shukla
Ranchi: जब किसी भी व्यक्ति का सरकारी सिस्टम से भरोसा उठ जाता है तो इंसान दूसरों से मदद की उम्मीद कर बैठता है. लेकिन जिस इंसान से उसे मदद की उम्मीद थी वो भी बहुत बड़ा फ्रॉड निकाला. दरअसल, सोनू सूद फाउंडेशन से मदद दिलाने के नाम पर साइबर ठगों ने चतरा जिले के नीरज पांडे को शिकार बना लिया. ठग ने कहा कि रिम्स में भर्ती उनके पिता के इलाज में फाउंडेशन आर्थिक मदद देगा. इसके बाद खेल की शुरुआत यहीं से हो जाती है.
ऐसी हुई ठगी की शुरूआत
चतरा जिले के मयूरहंड प्रखंड के एकतारा गांव के रहने वाले गोपाल पांडे 15 जून को सड़क हादसे में घायल हो गए. उनके कमर का कुल्हा, बायां पैर और दाहिना हाथ टूट गया. परिजनों ने इलाज के लिए रिम्स के ऑर्थोपेडिक विभाग के डॉ गोविंद गुप्त की यूनिट में भर्ती कराया. पिछले 6 महीने से रिम्स में इलाज किया जा रहा है. इसी बीच जमा-पूंजी सब खत्म हो गई. परेशान नीरज ने अपने एक परिचित से मदद की गुहार लगाई, तो उसने कहा कि अपने पिता का वीडियो बनाकर भेजो. उक्त व्यक्ति ने वीडियो को ट्वीटर पर पोस्ट करते हुए नीरज का नंबर भी डाल दिया. यहीं से साइबर ठग की नजर नीरज पर पड़ गई.
दो किस्तों में उड़ा लिए 50 हजार रुपये
साइबर ठग ने कॉल कर कहा कि सोनू सूद फाउंडेशन का मैनेजर बोल रहा हूं. आपने ट्वीटर पर एक वीडियो पोस्ट किया है. जिसमें आपका मोबाइल नंबर भी दिया हुआ है. पोस्ट से पता चला कि आपको पैसे की जरूरत है. फाउंडेशन से आपको क्या मद्द चाहिए ? इस पर नीरज ने कहा कि पिता के इलाज में सब पैसा खत्म हो गया है. मुझे पैसे की जरूरत है. इस पर साइबर ठग ने कहा कि कितने पैसे की जरूरत है ? नीरज ने कहा कि तीन लाख रुपये का खर्च है. उन्होंने एक लाख रुपये मद्द करने की गुहार लगाई. साइबर ठग ने प्ले स्टोर पर सोनू सूद ऐनी डेस्क एप डाउनलोड करने के लिए कहा. यहीं से झांसे में लेकर फोन पे के जरिए दो किस्तों में पैसे उड़ा लिए. पहली किस्त में 19,999 और दूसरी किस्त में 29,899 कुल 49,898 उड़ा लिए.
बरियातू थाना में दर्ज हुई प्राथमिकी
ठगी के शिकार नीरज पांडे ने बरियातू थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है. दर्ज प्राथमिकी में उन्होंने पूरी घटना की जानकारी दी है. साथ ही बताया है कि कोटक महिंद्रा बैंक के अकाउंट से राशि ट्रांसफर हुई है. हालंकि 04 मार्च 2021 के सोनू सूद के ऑफिशियल ट्वीटर एकाउंट से लोगों को आगाह किया गया था कि सोनू सूद फाउंडेशन किसी तरह का लोन नहीं देता है. और इस ट्वीट में एक मोबाइल नंबर भी दिया गया था. जिससे कॉल कर ठगी की जा रही थी.