Vinit Abha Upadhyay
Ranchi: Lagatar.in पर रांची शहर अंचल में व्याप्त घोर कुव्यवस्था की खबरें प्रकाशित होने के बाद जिले के वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर हुई जांच की रिपोर्ट DCLR (उप समाहर्ता भूमि सुधार) ने रांची AC (अपर समाहर्ता) को सौंप दी है. लेकिन रिपोर्ट देखकर ऐसा प्रतीत होता है, जैसे उन्होंने जांच के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति कर दी और पूरे मामले में लीपापोती कर के बैठ गए. DCLR ने अपनी जांच रिपोर्ट में लिखा है कि उन्होंने शहर अंचल के निरीक्षण के क्रम में हल्का कर्मचारी प्रदीप खलखो से कार्यालय में अन्य व्यक्ति के द्वारा सरकारी कागजातों की अलमारी को बेरोकटोक खोलने और कागजातों के रखरखाव के संबंध में पूछताछ की. जिसके जवाब में हल्का कर्मचारी प्रदीप खलखो ने बताया की वह वर्ष 2023 से शहर अंचल में प्रतिनियुक्ति पर हैं, और उन्होंने किसी भी बाहरी व्यक्ति को अपने साथ नहीं रखा है. जिसके बाद DCLR ने हल्का कर्मचारी को कड़ी फटकार लगाते हुई भविष्य में इस तरह की घटना न होने का निर्देश देते हुए मामले को रफा-दफा कर दिया. पूरी जांच के बाद दिए गए अपने मतव्य में भी उन्होंने आफताब नाम के शख्स द्वारा जमीन के सरकारी रिकॉर्ड से भरी अलमारी को बेरोक-टोक खोले जाने के संबंध में कोई जिक्र नहीं किया है.
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Lagatar.in पर पिछले दिनों “आफताब के हाथों में शहर अंचल के जमीन के सरकारी रिकॉर्ड, अंचल कर्मियों की भूमिका पर गंभीर सवाल” शीर्षक खबर प्रमुखता से प्रकाशित हुई थी. जिसके बाद Lagatar.in की खबर पर संज्ञान लेते हुए रांची डीसी ने रांची के उप समाहर्ता भूमि सुधार (DCLR) से रिपोर्ट मांगी थी. अपनी खबर में हमने यह सवाल उठाया था कि अंचल कार्यालय में रखे जमीन के सरकारी दस्तावेज अगर किसी गैर सरकारी व्यक्ति के हाथ में आ जाए तो लैंड रिकॉर्ड कितने सुरक्षित हैं ? लेकिन अपनी जांच में DCLR ने इस मुद्दे को पूरी तरह गौण कर दिया.
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